राष्ट्रीय
सरकार को हाईकोर्ट ने दिया आखिरी मौका, याचिका के आधार पर होगा फैसला
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ये है मामला
न्यायमूर्ति वीएम कानडे व न्यायमूर्ति रेवती मोहिते ढेरे की खंडपीठ के सामने याचिकाकर्ता डा. ईश्वर गिलाडा ने कहा कि महाराष्ट्र इकलौता ऐसा राज्य है, जहां आरक्षित वर्ग के छात्र को सामान्य वर्ग की सीट दी जाती है। इससे सामान्य वर्ग की सीट कम होती है क्योंकि आरक्षित वर्ग की सीट वैसी की वैसी रहती है। यह एक तरह का दोहरा आरक्षण है। यह सब इयरमार्किंग व्यवस्था के चलते हो रहा है। इस दौरान उन्होंने मेडिकल कालेज में प्रोफेसर की सेवानिवृत्त की उम्र की भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि मेडिकल काॅलेज के वरिष्ठ प्रोफेसरों को सिर्फ अध्यापन से जुड़ा काम ही देना चाहिए। इन दलीलों को सुनने के बाद खंडपीठ ने सरकार को जवाब देने के लिए आखरी मौका दिया।