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‘संजू सैमसन का करियर भी अंबाती रायडू की तरह हो जाएगा खत्म’, पूर्व पाक क्रिकेटर का बड़ा बयान

नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के मौजूदा दौरे के दौरान संजू सैमसन पर टीम इंडिया के रुख ने न केवल प्रशंसकों को नाराज कर दिया है बल्कि इसके पीछे के तर्क पर दिग्गजों और विशेषज्ञों को भी हैरान कर दिया है. सैमसन को वनडे सीरीज के पहले मैच में शामिल किया गया था, लेकिन दूसरे और तीसरे वनडे मैच में उन्हें प्लेइंग इलेवन में एक बार फिर से जगह नहीं मिल पाई. इससे पहले टी20 सीरीज के दौरान भी सैमसन की प्लेइंग इलेवन में अनदेखी की गई थी.

ऐसे में भारतीय टीम के खिलाफ आलोचना के बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने सैमसन पर अपने रुख को लेकर बीसीसीआई और टीम के चयनकर्ताओं पर “आंतरिक राजनीति” का आरोप लगाया है. टी20 इंटरनेशनल सीरीज में भारतीय पक्ष का नेतृत्व करने वाले हार्दिक पंड्या ने सैमसन को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं करने को “दुर्भाग्यपूर्ण” मामले के रूप में समझाया था. उन्होंने कहा था कि संजू को प्लेइंग इलेवन से बाहर करना रणनीतिक कारणों से था.

टी20 सीरीज के बाद पिछले शुक्रवार को ऑकलैंड में वनडे मैच में सैमसन को चुना गया था. उन्होंने 38 गेंदों में 36 रन बनाए और श्रेयस अय्यर के साथ 96 रन की साझेदारी की. इसेक बाद दीपक हुड्डा के रूप में ऑलराउंडर के लिए रास्ता बनाने के लिए उन्हें दूसरे गेम में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया क्योंकि भारत को छठे गेंदबाजी विकल्प की आवश्यकता महसूस हुई.

अपने यूट्यूब चैनल पर दानिश कनेरिया ने यह कहते हुए बीसीसीआई की खिंचाई की कि अंबाती रायडू का करियर इसी तरह से समाप्त हो गया था. यह आरोप लगाने से पहले उन्होंने कहा कि क्या खिलाड़ियों के बीच सैमसन के प्रति कोई व्यक्तिगत नापसंदगी थी. कनेरिया ने कहा, ”अंबाती रायडू का करियर भी इसी तरह खत्म हुआ. उन्होंने खूब रन बनाए, लेकिन उन्हें ज्यादती का भी सामना करना पड़ा. वजह है बीसीसीआई और चयन समिति की अंदरुनी राजनीति. क्या खिलाड़ियों के बीच पसंद या नापसंद है?

बता दें कि रायडू को शुरू में इंग्लैंड और वेल्स में 2019 विश्व कप के लिए भारत का नंबर चार बल्लेबाज माना जा रहा था. हालांकि, एमएसके प्रसाद के नेतृत्व वाली चयन समिति ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया और इसके बजाय ऑलराउंडर विजय शंकर को प्राथमिकता दी थी. उन्होंने आगे कहा, ”एक खिलाड़ी कितना सहन कर सकता है? वह पहले से ही बहुत कुछ सहन करता है और जहां भी मौका मिलता है, स्कोर करता है. हम एक अच्छे खिलाड़ी को खो सकते हैं, क्योंकि उसे टीम में चयन और गैर-चयन की यातना का सामना करना पड़ता है. हर कोई उनके स्ट्रोक्स को एक्स्ट्रा कवर, कवर और खासकर पुल शॉट्स में देखना चाहता है.”

भारत ने क्राइस्टचर्च में सीरीज निर्णायक तीसरे और अंतिम वनडे मैच में एक अपरिवर्तित प्लेइंग इलेवन खेलने का फैसला किया, जिसका अर्थ है कि सैमसन को एक बार फिर से बेंच को गर्म करना पड़ा. राजस्थान रॉयल्स के कप्तान न्यूजीलैंड से वापस भारत आएंगे, क्योंकि वह बांग्लादेश दौरे के लिए भारत की वनडे टीम का हिस्सा नहीं हैं.

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