कोलकाता : पश्चिम बंगाल को दो हिस्सों में बांटकर पृथक उत्तर बंगाल राज्य को मान्यता दिये जाने की मांग पर आंदोलन तेज होता जा रहा है। इस मांग को लेकर कामतापुर प्रोग्रेसिव पार्टी (केपीपी) के आह्वान पर मंगलवार सुबह से 12 घंटे का रोल रोको आंदोलन शुरू किया गया है। इसकी वजह से कई ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई हैं।
हजारों की संख्या में रेल पटरी पर उतरे लोगों ने मायनागुड़ी स्टेशन के आसपास रेल यातायात अवरुद्ध कर दिया है। इसकी वजह से सियालदह आने वाली डाउन कंचनजंघा एक्सप्रेस बीच रास्ते में अटकी हुई हैं। इसमें सवार यात्री परेशान हैं। इसके अलावा कूचबिहार, जलपाईगुड़ी और मालदा में भी रेल पटरी पर बैठकर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों की आवाजाही रोक दी है, जिसकी वजह से कई लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनें अलग-अलग जगहों पर रुकी हुई हैं। मंगलवार सुबह 6:00 बजे से ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था, जिसकी वजह से कंचनजंघा एक्सप्रेस उसी समय से रुकी हुई है।
जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन पर अप ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस खड़ी है जबकि धुपगुड़ी में डाउन अवध आसाम एक्सप्रेस को रोक दिया गया है। कूचबिहार और मालदा में भी इसी तरह के हालात हैं। स्टेशन के आसपास राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) की अतिरिक्त संख्या में तैनाती है और प्रदर्शनकारियों को समझाने बुझाने की कोशिश हो रही है लेकिन कोई लाभ नहीं हो रहा। संगठन ने 12 घंटे तक ट्रेन बंद रखने की घोषणा की है।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उत्तर बंगाल को अविलंब अलग राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पूर्व की सरकारों से लेकर वर्तमान सरकार उत्तर बंगाल के साथ भेदभाव करती रही है। यहां सरकारी सुविधाएं ठीक से नहीं पहुंच पातीं। इसके अलावा केंद्र से मिलने वाली सुविधाएं भी उत्तर बंगाल के लोगों को नहीं दी जातीं। इसलिए बाकी बंगाल के साथ बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।