नई दिल्ली (एजेंसी)। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा मुजफ्फरनगर राहत शिविर से संबंधित बयान के खिलाफ गुरुवार को दायर एक याचिका स्वीकार कर ली। मुलायम सिंह ने राज्य की राजधानी लखनऊ में बीते 23 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर एक जनसभा में कहा था कि राहत शिविरों में अब कोई भी मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ित नहीं रह रहा है। याचिकाकर्ता ने मुलायम सिंह के इसी बयान पर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में मुलायम सिंह के हवाले से कहा है ‘‘मुजफ्फरनगर के सभी राहत शिविरों में अब कोई भी दंगा पीड़ित नहीं रह रहा है। आप इसकी जांच कर सकते हैं। अब जो वहां रह रहे हैं वे साजिशकर्ता हैं। भाजपा और कांग्रेस ने यह साजिश रची है। उन्होंने लोगों से वहां रात में रहने और धरना-प्रदर्शन करने का निर्देश दे रखा है।’’ याचिकाकर्ता एवं वकील शहजाद पूनावाला ने अपनी याचिका में राहत शिविरों में रहने के दौरान ठंड से मरने वाले 31 बच्चों की सूची दी है। पूनावाला राहत शिविरों में 3 ००० से भी अधिक कंबल बंटवा चुके हैं। उन्होंने मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में कम से कम 13 राहत शिविरों में रह रहे दंगा पीड़ितों की सूची भी पेश की है। पूनावाला ने आईएएनएस को बताया कि अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष वजाहत हबीबुल्ला ने इस मामले पर कार्रवाई का भरोसा जताया है।