ट्रेफिक मैनेजमेंट के लिए विभाग ले सकता है कॉलेज स्टूडेंट्स की मदद
इंदौर : इंदौर में कमिश्नरी प्रणाली लागू होने के बाद शहर में यातायात सुधार के प्रयासों की जानकारी लेने के लिए कल भारत के अतिरिक्त उपनियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक इंदौर पहुंचे। पलासिया कंट्रोल रूम पर कल एक बैठक में अधिकारियों की मौजूदगी में उन्होंने जनवरी से किए जा रहे यातायात सुधार कामों की जानकारी लेने के साथ कई सुझाव भी दिए।
इंदौर में जनवरी से यातायात सुधार के साथ ही लोगों की नियम तोडऩे की आदत में बदलाव लाने के लिए यातायात पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। इन प्रयासों में कई तरह के जागरूकता अभियान के साथ ही यातायात प्रबंधन मित्र जैसी योजना भी शामिल है, जिससे आज तीन सौ से ज्यादा लोग जुडक़र यातायात पुलिस की मदद कर रहे है। कल अतिरिक्त उपनियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक के समक्ष इंदौर यातायात डीसीपी महेशचंद जैन ने इन सभी प्रयासों की जानकारी एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी। इसके साथ ही यातायात पुलिस ने शहर के यातायात मैनेजमेंट में आने वाली समस्याओं के बारे में भी अवगत कराया।
विभाग के प्रेजेंटेशन के बाद अतिरिक्त उपनियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक ने शहर के यातायात सुधार में यातायात पुलिस की मदद के लिए कॉलेज के छात्रों की वॉलेंटियर्स के रूप में मदद लेने का सुझाव दिया। इसके साथ ही जागरूकता अभियान में सेवानिवृत्त हो चुके लोगों को भी अधिक से अधिक जोडऩे की बात की।