मंदिर के बदले मस्जिद के बयान पर ये बोले हाशिम अंसारी
94 वर्षीय अंसारी ने रविवार को कहा कि स्वामी का बयान हास्यास्पद है। उन जैसे लोग कुर्सी की राजनीति छोड़ें। जो भी बयान देना है, सुप्रीम कोर्ट में दें। हम वहीं जवाब देंगे।
वहीं, पक्षकार हाजी महबूब ने दो टूक कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता होते हुए भी लगता है कि मंदिर मसले पर बयान देते वक्त स्वामी पगला जा रहे हैं।
स्वामी की हैसियत क्या है, वे क्या देंगे। मुसलमान सौदेबाजी से अल्लाह का घर नहीं बनाता है। अंसारी ने कहा कि हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद हमने हनुमानगढ़ी के महंत ज्ञानदास से मिलकर सुलह-समझौते से मंदिर निर्माण की पहल की थी।
लेकिन दूसरा पक्ष सुप्रीम कोर्ट चला गया। अब हम किसी कीमत पर बाबरी मस्जिद के मसले का अदालत के बाहर समाधान नहीं चाहते हैं।
कहा कि भाजपा की नीतियों पर प्रदेश सरकार चल रही है। रामलला को मुकुट चढ़ाने का बयान देने वाले एमएलसी बुक्कल नवाब को सपा से बाहर किया जाए। नवाबगंज बड़ी कर्बला में यौम-ए-रसूल के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के नाम पर राजनीति हो रही है।
सांप्रदायिक सौहार्द का राग अलापने वाली सपा सरकार में ही राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों की खेप अयोध्या पहुंचाई जा रही है। यह सब भाजपा के इशारों पर हो रहा है।