दूध की कीमतों में फिर बढ़ोतरी करने की तैयारी, जानें दाम बढ़ने के ये 4 बड़े कारण
दूध की कीमतों में जल्द ही एक बार फिर वृद्धि हो सकती है। देशभर में थोक दूध की कीमत लगातार बढ़ने के साथ डेयरी कंपनियां दाम में एक बार फिर वृद्धि कर सकती हैं। इस साल नवंबर तक कंपनियां चार बार दूध के दाम बढ़ा चुकी हैं। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दूध खरीद कीमतों में लगातार वृद्धि के कारण डेयरी कंपनियों ने भी पिछले दस महीनों में दूध की कीमतों में आठ से 10 फीसदी तक की वृद्धि की है। जबकि वैश्विक स्तर पर दूध से बने पावडर की कीमतें सालाना आधार पर कम होती जा रही हैं। इसमें कहा गया है कि मवेशियों के चारे की कीमतों में महंगाई दूध की कीमतों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण है। इससे कंपनियां अगले साल की दूसरी छमाही में दाम में फिर इजाफा कर सकती हैं। नवंबर में दूध के दाम में वृद्धि पर मदर डेयरी और अमूल ने कहा था कि लागत में इजाफा होने की वजह से वह दाम बढ़ाने पर मजबूर हुई हैं।
क्यों बढ़ रही कीमत
- पशु आहार के दामों में तेज उछाल
- लंपी रोग से दूध उत्पादन पर असर
- असामान्य मॉनसून से चारे की कमी
- दूध की मांग में तेजी से वृद्धि
पशु आहार के दाम में तेज उछाल ने मुश्किल बढ़ाई
रिपोर्ट में कहा गया है कि मक्का की कीमत नवंबर 2022 में सालाना आधार पर 27.4 फीसदी अधिक और गेहूं की 31 फीसदी अधिक थी जिससे पशु आहार महंगा होता जा रहा है। इसमें कहा गया है कि ऐसी उम्मीद है कि किसान दूध की ऊंची लागत को कीमतों के वृद्धि से भरपाई करेंगे जिससे कंपनियां फिर दाम बढ़ाने को मजबूर हो सकती हैं।
कंपनियों की कमाई घटने की आशंका
रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्थिर कच्चे माल की कीमतों ने कंपनियों को दूध का दाम बढ़ाने के लिए मजबूर किया है। इसके बावजूद कंपनियों की कमाई ज्यादा नहीं बढ़ी है। आईसीआईसीआई के विश्लेषकों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में डेयरी कंपनियों की लाभप्रदता सालाना आधार पर कम होगी।