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देश की पहली रैपिड रेल ट्रायल को तैयार, अगले साल मार्च में साहिबाबाद से दुहाई तक दौड़ेगी ट्रेन

नई दिल्ली : देश की पहली रैपिड रेल प्राथमिक खंड के ट्रायल के लिए तैयार है। एनसीआरटीसी ने ट्रायल की सभी तैयारी पूरी कर ली है। अगले 15 दिन में ट्रायल शुरू हो जाएगा। रैपिड रेल अगले साल मार्च में साहिबाबाद से दुहाई तक दौड़ने लगेगी। प्राथमिक खंड 17 किलोमीटर लंबा है। रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। 82 किलोमीटर लंबे पूरे कॉरिडोर पर वर्ष 2025 तक रैपिड रेल चलाने का दावा किया जा रहा है। गाजियाबाद में कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड (साहिबाबाद -दुहाई) पर मार्च 2023 तक रैपिड रेल चलाई जाएगी। इसके लिए यह खंड बनकर तैयार हो गया। ट्रायल की तैयारी भी पूरी हो गई है। रेलवे ट्रैक लगभग बिछकर तैयार है। प्राथमिकता खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई स्टेशन डिपो स्टेशन शामिल हैं। सभी स्टेशन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।

साहिबाबाद स्टेशन पर लिफ्ट लगाने का काम पूरा : साहिबाबाद स्टेशन की लंबाई 215 मीटर और चौड़ाई 25 मीटर है। इसमें ग्राउंड, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म लेवल है। इस स्टेशन का सिविल कार्य पूरा हो गया है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाने का काम पूरा हो गया है। एस्कलेटर और लिफ्ट लगाने का काम चल रहा है। स्टेशन में तीन प्रवेश/निकास द्वार बनाए जा रहे हैं। एक प्रवेश निकास द्वार साहिबाबाद बस अड्डे की ओर,दूसरा वसुंधरा की ओर और तीसरा साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र की ओर बनाया जा रहा है।ओएचई का काम अंतिम चरण में है।

गाजियाबाद स्टेशन का काम 90 फीसदी पूरा : गाजियाबाद स्टेशन कॉरिडोर का सबसे ऊंचा स्टेशन है। यह स्टेशन जमीन से 26 मीटर की ऊंचाई पर है। स्टेशन की लंबाई 215 मीटर और चौड़ाई 42 मीटर है। स्टेशन का सिविल निर्माण 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। स्टेशन की मेन लाइन पर ट्रैक बिछाने का कार्य पूरा हो गया है। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्टेशन में सबसे ज्यादा पांच प्रवेश-निकास द्वार बनाए जा रहे हैं। यह स्टेशन तीन ओर से सड़कों से घिरा है। तीनों प्रवेश निकास द्वार को फुटओवर ब्रिज के जरिए नया बस अड्डा मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जाएगा।

गुलधर स्टेशन का काम अंतिम चरण में : गुलधर स्टेशन लगभग बनकर तैयार है। स्टेशन में दो प्रवेश और निकास द्वार बनाए जा रहे हैं। एक प्रवेश द्वार बनकर तैयार हो गया है। स्टेशन की रूफ शेड का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। यात्रियों की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाने का कार्य कराया जा रहा है। प्लेटफॉर्म पर आने-जाने के लिए चार एस्कलेटर लगा दिए गए हैं। साथ ही दो लिफ्ट लगाने का काम भी पूरा हो गया।

दुहाई स्टेशन पर ट्रैक बिछाने का काम पूरा : दुहाई स्टेशन में तीन ट्रैक हैं। इनमें से दो मुख्य लाइन के है। तीसरा ट्रैक दुहाई डिपो में ट्रेन के आवागमन के लिए है। इस कारण स्टेशन की चौड़ाई ज्यादा है। वहीं, दुहाई डिपो स्टेशन का निर्माण तेजी से चल रहा है। स्टेशन की रूफ शेड तैयार हो चुकी है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि रैपिड रेल के ट्रायल की लगभग तैयारी पूरी हो गई है। इसी महीने ट्रायल होगा। मार्च में रैपिड रेल प्राथमिक खंड पर लोगों के लिए दौड़ने लगेगी।

रैपिड रेल 180 किमी प्रति घंटे की गति वाली है। 160 किलोमीटर की गति रखी जाएगी। हर 5-10 मिनट में उपलब्ध होंगी। रैपिड रेल चलने का लाभ रोजाना आठ लाख दैनिक यात्री उठाएंगे। लोगों को अभी तक सड़क के रास्ते मेरठ पहुंचने में परेशानी उठानी पड़ती है। दो से ढाई रुपये किलोमीटर के हिसाब से किराया हो सकता है।

रैपिड रेल कोच में मरीजों के लिए व्हीलचेयर और स्ट्रेचर रखने के इंतजाम किए है। स्टेशन डिजाइन में इसका ख्याल रखा है। आपात स्थिति में मरीज को स्टेशन में प्रवेश और ट्रेन में सवार होने एवं बाहर निकलने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी। गंभीर मरीज रैपिड से आ और जा सकेंगे। मरीजों से कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं वसूला जाएगा।

रैपिड रेल को आधुनिक डिजाइन से तैयार किया है। यह स्वचालित ट्रेन सुरक्षा, स्वचालित नियंत्रण और स्वचालित होगी। बैठने के लिए आरामदायक सीट होंगी। खड़े होने के लिए चौड़ी जगह, सामान रखने के लिए रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप-मोबाइल चार्जिंग सुविधा होगी। यात्रियों के लिए वाई-फाई की सुविधा मिलेगी।

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