लखनऊ मोदी से पहले यूपी में होगी राहुल की रैली
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की घोषित रैलियों के ठीक पहले कांग्रेस ने भी आनन-फानन में प्रदेश में राहुल गांधी की रैलियों की घोषणा कर दी। अब तक मोदी से आमने-सामने पिछडने के बाद कांग्रेस के रणनीतिकार देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक प्रदेश (८० लोकसभा सीटों वाले) में पिछडना नहीं चाहती है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री के अनुसार राहुल गांधी ९ अक्टूबर से यूपी में रैलियां शुरू कर प्रदेश में आठ रैली करेंगे। पहली रैली अलीगढ़ और रामपुर में होगी।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता में प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री ने राज्य में आठ रैलियों का खाका तैयार किया है। जिसके माध्यम से राहुल गांधी यूपीए सरकार की उपलब्धियों के साथ भूमि अधिग्रहण कानून, खाद्य सुरक्षा बिल, आरटीआई, मनरेगा, आरटीई (सबको शिक्षा) को जन जन तक पहुंचाएंगे। कांग्रेसी रणनीतिकार इन रैलियों में इस बात पर जोर देना चाह रहे हैं कि राहुल यूपी में हर मौके पर उपस्थित रहे हैं चाहे वो भट्टा पारसौल की घटना हो या प्रतापगढ़ में मारे गए सीओ जियाउल हक के परिजनों से मिलने जाना, या हाल ही में मुजफ्फरनगर दंगा पीडितों से मिलने का कार्यक्रम रहा हो सभी मौकों पर वो मौजूद रहे।
गौरतलब है कि इसके पहले भाजपा ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यूपी में ९ रैलियां कराने की घोषणा की थी। जिसमें १९ अक्टूबर को कानपुर, २५ अक्टूबर को झांसी तथा ८ नवंबर को बहराइच में घोषित थी। इसके अलावा गोरखपुर, वाराणसी, आगरा, बरेली, मेरठ में रैलियां प्रस्तावित हैं। अंतिम में महारैली पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन के एक दिन पूर्व उनके संसदीय क्षेत्र लखनऊ में २८ नवंबर को प्रस्तावित है।
इस संदर्भ में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि मोदी की घोषित रैलियों से डरी कांग्रेस ने आनन-फानन में राहुल की रैली आयोजित कराई है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। ये कांग्रेस की घबराहट और बेचौनी का प्रमाण है। हमारा लक्ष्य तो उस दिन पूरा होगा जिस दिन केन्द्र से संप्रग के नेतृत्व वाली सरकार को उखाड़ कर नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएंगे।