UP: प्रयागराज माघ मेले में 5000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की तैयारी, जानिए क्या है सबसे बड़ी चुनौती
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माघ मेले की तैयारी सरकार ने युद्धस्तर पर शुरू कर दी है। शासन में बैठे उच्च पदस्थ अधिकारियों की माने तो माघ मेला-2023 ड्यूटी में शामिल होने के लिए जल्द ही विभिन्न जिलों से सुरक्षाकर्मी संगम नगरी पहुंचेंगे। यहां के विभिन्न पुलिस थानों और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर इनकी तैनाती 31 दिसंबर से शुरू होगी। वार्षिक धार्मिक मेला 6 जनवरी 2023 से शुरू होने वाला है। इसका समापन 18 फरवरी को होगा। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा, भीड़ और यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए मेला क्षेत्र में 5,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान निर्देश जारी किए कि 44 दिनों के धार्मिक आयोजन के दौरान किसी भी संत को परेशानी का सामना न करना पड़े। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि माघ मेले के दौरान बेहतर सुरक्षा व्यवस्था और सुगम यातायात सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मी अर्धसैनिक बल और अन्य विभागों के साथ समन्वय करेंगे। इसके अलावा, पुलिस कर्मी तीर्थयात्रियों के लिए गाइड के रूप में भी कार्य करेंगे। बेहतर परिणाम के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा और तीर्थयात्रियों द्वारा जाने वाले विभिन्न मार्गों, सेक्टरों और महत्वपूर्ण घाटों और अन्य स्थानों की जानकारी दी जाएगी। एडीजी, कानून व्यवस्था, उ.प्र. पुलिस, प्रशांत कुमार ने कहा कि प्रयागराज और राज्य के अन्य जिलों में धार्मिक स्थलों पर बिना अनुमति के इस्तेमाल किए जा रहे लाउडस्पीकरों को हटा दिया जाना चाहिए। पुलिस ने धार्मिक स्थलों पर अवैध लाउडस्पीकरों के खिलाफ अभियान चलाया है और उनमें से कई को हटा दिया है।
रोशनबाग, करेली, बहादुरगंज, अतरसुइया, अलोपीबाग व अन्य इलाकों में करीब पांच दर्जन लाउडस्पीकरों को धर्मगुरुओं ने हटाकर उनके हवाले कर दिया। हालांकि, कई अनधिकृत और अनावश्यक लाउडस्पीकर अभी भी कई धार्मिक स्थलों पर इस्तेमाल किए गए पाए गए। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सरकार के निर्देश पर अब सभी लाउडस्पीकर हटा दिए जाएंगे।