“छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता। टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।”
बहराइच: भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेई जी की इन पंक्तियों को उद्धृत करते हुए जिलाधिकारी ने नवसृजित ग्राम भवानीपुर में आयोजित सुशासन दिवस के अवसर पर वन निवासियों को संबोधित करते हुए उन्हें धैर्य और संयम के साथ लगातार आवाज उठाने का संदेश दिया। दिनांक 25 दिसंबर 2022 पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेई जी के जन्मदिवस पर सुशासन दिवस का कार्यक्रम राजस्व ग्राम भवानीपुर में मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र मौजूद रहे। इस अवसर पर स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विकास पुष्टाहार, विद्युत, पशुपालन, राजस्व तथा विकास विभाग की ओर से विभिन्न योजनाओं और सुविधाओं का वितरण किया गया तथा प्रदर्शनी के माध्यम से जागरूक किया गया।
मुख्य अतिथि के तौर बोलते हुए जिलाधिकारी बहराइच कहा कि वनग्रामों को राजस्व ग्राम में परिवर्तित होने के बाद वन निवासियों को देश की मुख्यधारा से जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। इसके लिए उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी का वन निवासियों के प्रति विशेष रूचि और निष्ठा का प्रतीक है। जो वनग्राम अब राजस्व ग्राम में परिवर्तित हो गए हैं उन्हें सभी प्रकार सुविधाएं 15 दिन के अंदर-अंदर उपलब्ध करा दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि आज दो महापुरुषों का जन्मदिन है जिन्होंने भारत को एक नया रास्ता दिखाया। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री श्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई जी थे जिन्होंने देश से लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ तक भारत की आवाज को बुलंद किया। दूसरी तरफ पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने न सिर्फ काशी हिंदू विश्वविद्यालय जैसे बड़े संस्थान को खड़ा किया बल्कि आजादी के आंदोलन में डेढ़ सौ से ज्यादा निरपराध स्वतंत्रता सेनानियों को अपनी वकालत के दम पर अंग्रेजों की कैद से मुक्त कराया। उन्होंने कहा कि सुशासन का अर्थ है एक बेहतरीन शासन और इस शब्द को कहने से ज्यादा महत्वपूर्ण है करके दिखाना। इस नाते आज के दिन इस दूरस्थ वन क्षेत्र में स्थित और हाल में ही वनग्राम से राजस्व ग्राम में परिवर्तित भवानीपुर में पहुंचा हूं। यहां के वन निवासियों के द्वारा किए गए अभूतपूर्व स्वागत से अभिभूत हूं । आज यहां जिले के प्रत्येक विभाग के द्वारा प्रदर्शनी लगाकर के तथा योजनाओं और सुविधाओं का वितरण करके वन निवासियों को लाभ देने की कार्यवाही की जा रही है। इन्हें केंद्र और राज्य सरकार की समस्त योजनाओं का लाभ देने का कार्य 15 जनवरी के पूर्व पूर्ण कर लिया जाएगा।
मैं स्वयं इसकी मानिटरिंग करूंगा। वन अधिकार कानून के प्रावधानों का को 100% इन गांव में लागू किया जाएगा। व्यक्तिगत अधिकार के साथ साथ सामूहिक अधिकार और सामुदायिक वन संसाधन का अधिकार भी इन गांव के वन निवासियों को प्राप्त होगा। उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री जी का वन टांगिया समुदाय के साथ विशेष लगाव है और वह निरंतर वन निवासी समुदाय के अधिकारों सुविधाओं और योजनाओं के लिए कार्य भी कर रहे हैं। जनपद बहराइच में वन अधिकारों के प्रति ध्यान का कार्य पूरे मनोयोग के साथ किया जाएगा।
इस अवसर पर वन ग्रामों का इतिहास भूगोल बताते हुए सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी ने सुशासन दिवस के कार्यक्रम को भवानीपुर में आयोजित करके लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए जिला अधिकारी को धन्यवाद ज्ञापित किया। बुनकर समाज के प्रतिनिधि और वन अधिकार आंदोलन के महासचिव फरीद अंसारी ने जिला अधिकारी को योग करते हुए स्वस्थ रहने के लिए हाथ से बनी हुई योग दरी भेंट किया। जिला अधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने वन ग्राम भवानीपुर का पैदल भ्रमण किया और लोगों के घरों में जा जाकर उनकी समस्याओं को करीब से देखा। उन्होंने कहा कि वन निवासियों के घर में दरवाजे ना होने यह संदेश साफ है कि यह लोग ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से परिपूर्ण हैं।
वन निवासियों के साफ-सुथरे बर्तन को देखकर उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन का संदेश यहां साकार हो रहा है। भवानीपुर में दूर-दूर तक लहलहाती हल्दी की फसल को करीब से देखा और खाद पत्तों के सहारे पूरी तरह ऑर्गेनिक खेती करने वाले दुलारे यादव को ₹101 का पुरस्कार भी दिया।
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियां
जिलाधिकारी के भवानीपुर पहुंचने पर हुआ अभूतपूर्व स्वागत
सुशासन दिवस के अवसर पर नवसृजित राजस्व ग्राम भवानीपुर में जिलाधिकारी के प्रशासनिक अमले के साथ पहुंचने पर वन अधिकार आंदोलन से जुड़े साथियों ने पुष्पगुच्छ अंग वस्त्र आदि भेंट कर उनका जबरदस्त स्वागत किया। स्वागत कर्ताओं में सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी, सरोज गुप्ता, प्रीतम निषाद फरीद अंसारी, केशव सिंह, बाबू निषाद, सगीर अहमद अंसारी,राधेश्याम फूलमती आदि उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने बच्चे से सुना पहाड़ा,रह गये दंग।
ग्राम भवानीपुर में शिक्षा की नब्ज टटोल ते हुए जिलाधिकारी ने एक छोटे से बच्चे को रोक करके उससे पूछा कि प्राइवेट विद्यालय में पढ़ते हो तो उसने कहा कि हम कक्षा तीन में सरकारी विद्यालय में पढ़ते हैं। जिलाधिकारी ने उससे 3 का पहाड़ा सुनाने के लिए कहा तो उसने अबाध गति से पहाड़े को सुनाया जिसे सुनकर सभी लोग अवाक रह गए जिलाधिकारी ने उस बच्चे को बिस्किट और ₹101 का पुरस्कार भी दिया।
गैरहाजिर डीपीओ पर कार्रवाई
जिला अधिकारी भरथापुर गांव में आंगनबाड़ी पुष्टाहार के वितरण की कहानी सुना रहे थे तभी उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी का नाम पुकारा तो वह मौके पर नदारद मिले जिससे उनके विभागीय लोगों ने स्पष्ट किया कि वह जिले स्तर पर एक कार्यक्रम में व्यस्त हैं तो जिला अधिकारी ने कहा कि हम भी उसी कार्यक्रम में व्यस्त थे लेकिन समय निकालकर के हम यहां पहुंचे उन्होंने यहां नहीं पहुंचने का कार्य किया है इसके लिए उन पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
बिजली विभाग की लापरवाही पर बिफरे डीएम
नवसृजित राजस्व ग्राम गोकुलपुर के निवासियों ने विद्युत विभाग की लापरवाही का मामला उठाते हुए कहा कि उनके यहां सड़क पर हाईटेंशन लाइन का तार गिरा पड़ा हुआ है लेकिन पिछले 15 दिन से विद्युत विभाग का कोई भी अधिकारी कर्मचारी उसे ठीक करने के लिए नहीं पहुंचा है। इस पर जिलाधिकारी ने मध्यांचल विद्युत वितरण के उपमंडल अभियंता को कड़ी फटकार लगाई और तुरंत जाकर लाइन ठीक करने का निर्देश दिया।
3 दिन में बनेगा परिवार रजिस्टर
जनसंवाद शिविर में महबूबनगर के निवासियों के द्वारा परिवार रजिस्टर जारी न किए जाने का मामला उठाया गया जिस पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी मिहिन पुरवा को निर्देशित किया कि 3 दिन में परिवार रजिस्टर प्रत्येक परिवार तक पहुंचा करके उन्हें सूचित करें।
स्थानीय निवासियों से पर्यटन शुल्क वसूला तो होगी कार्यवाही
जिलाधिकारी के समक्ष लोगों ने वन विभाग के द्वारा दैनिक प्रयोग के रास्तों पर पर्यटन शुल्क के नाम पर प्रति व्यक्ति से ₹30 वसूले जाने की रसीद प्रस्तुत की और कहा कि यह वन विभाग का अत्याचार है जो हम गांव वासियों पर हो रहा है। जिला अधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने तुरंत इस मामले का संज्ञान लेते हुए क्षेत्रीय वन अधिकारी कतरनिया घाट को इस संबंध में निर्देश किया कि स्थानीय वन निवासियों से परंपरागत रूप से चले आ रहे वन मार्गों के प्रयोग करने पर कभी भी कोई पर्यटन शुल्क न लिया जाए।
खतौनी और अधिकार पत्र अपूर्ण पाए जाने पर तहसीलदार मोतीपुर को लगाई फटकार
जिलाधिकारी ने मंच से ही तहसीलदार मोतीपुर सुनील सिंह से पूछा कि अधिकार प्राप्त वन निवासियों के खतौनी और अधिकार पत्र तैयार हुए या नहीं तो उन्होंने कहा कि इसमें समय लग रहा है इस पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार को कड़ी फटकार लगाते हुए 7 जनवरी 2023 के पूर्व सभी अधिकार पत्र प्राप्त वन निवासियों को खतौनी और पट्टे जारी करके उन्हें सूचित करने का निर्देश दिया।