हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह से यौन उत्पीड़न केस मामले में 7 घंटे तक हुई पूछताछ, 2 मोबाइल फोन भी जब्त
चंडीगढ़ (Chandigarh) । यौन उत्पीड़न मामले (sexual harassment cases) का सामना कर रहे हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह (Sandeep Singh) पर पुलिस का शिकंजा कसता दिख रहा है। इस मामले की जांच कर रही पुलिस (Police) ने रविवार को संदीप सिंह से करीब सात घंटे तक पूछताछ की। इसके साथ ही पुलिस ने उनके दो मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं। सूत्रों ने कहा कि यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह रविवार को पुलिस जांच में शामिल हुए। पुलिस ने उन्हें जांच में शामिल होने के लिए 41ए का नोटिस भेजा था।
वकील के साथ थाने पहुंचे थे संदीप
जानकारी के अनुसार, मंत्री संदीप सिंह अपने वकील दीपक सबरवाल के साथ रविवार सुबह 11.30 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर-26 थाने पहुंचे थे। पुलिस अधिकारियों ने उनसे शाम सात बजे तक पूछताछ की। वकील ने कहा कि पुलिस ने संदीप सिंह के दो मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं। वकील ने कहा कि संदीप सिंह ने पुलिस से कहा है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे और निराधार हैं। वकील ने कहा कि उन्होंने जो भी सवाल पूछे, संदीप ने उनका जवाब दिया। हमने पुलिस के साथ सहयोग किया। हमारे पास जो भी दस्तावेजी सबूत थे, हमने वो पुलिस को दे दिए। उन्होंने जांच के लिए अपने दो मोबाइल फोन भी पुलिस को सौंप दिए। मंत्री के वकील ने कहा कि संदीप सिंह ने पुलिस को सूचित किया है कि जब भी जरूरत होगी वह फिर से जांच में शामिल होने के लिए उपलब्ध हैं।
इन धाराओं में दर्ज हुई एफआईआर
चंडीगढ़ पुलिस ने संदीप सिंह के खिलाफ सेक्टर 26 थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354, 354ए, 354बी, 342 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज की है और इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शनिवार को एफआईआर में आईपीसी की एक और नई धारा 509 जोड़ी थी। चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है और कुछ दिन पहले शिकायतकर्ता महिला कोच से भी पूछताछ की थी। शिकायतकर्ता महिला ने आरोप लगाया था कि मंत्री ने उन्हें गलत इरादे से छुआ था। हॉकी इंडिया के पूर्व कप्तान और हरियाणा के खेल मंत्री रहे संदीप सिंह ने अपने खिलाफ यौन उत्पाीड़न के आरोप लगने के बाद 1 जनवरी को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली पीड़ित महिला कोच के वकील दीपांशु बंसल ने पुलिस से संदीप सिंह को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।
ये है मामला
वर्ष 2016 के रियो ओलंपिक बतौर एथलीट भाग ले चुकी एथलेटिक कोच का आरोप है कि संदीप सिंह ने उससे इंस्टाग्राम और स्नैपचैट पर संदेश भेजे तथा स्नैपचैट पर एक जुलाई को कॉल कर उसे कुछ दस्तावेजों के साथ चंडीगढ़ में सेक्टर सात स्थित अपने सरकारी आवास पर बुलाया था। जहां खेल मंत्री ने उससे कथित तौर पर छेड़छाड़ की। इस दौरान उसकी टी-शर्ट फट गई और किसी तरह वहां से बचकर भागी। शिकायतकर्ता की सितंबर माह में ही खेल विभाग में जूनियर एथलेटिक कोच पद पर नियुक्ति हुई थी।
संदीप सिंह पहली बार चुनाव लड़कर बने मंत्री
यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद पद छोड़ने वाले हरियाणा के मंत्री और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह (36) ने तीन साल पहले ही अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। अक्टूबर 2019 में अपने पहले चुनाव में पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी सिंह ने कुरुक्षेत्र के पिहोवा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के मनदीप सिंह को 5,314 मतों के अंतर से हराया था। खेल की दुनिया में ‘फ्लिकर सिंह’ के नाम से मशहूर संदीप सिंह उन तीन खिलाड़ियों में शुमार थे, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2019 के विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारा था। संदीप के अलावा चुनाव मैदान में उतरीं पहलवान बबीता फोगाट और योगेश्वर दत्त को शिकस्त का सामना करना पड़ा था। पार्टी के सिख चेहरे सिंह को बाद में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।