जातिगत आरक्षण के विरोध और अन्य मांगों को लेकर भोपाल में प्रदर्शन
भोपाल: जाति के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था समाप्त करने और अन्य मांगों को लेकर करणी सेना और अन्य संगठनों की अगुवायी में आज यहां जंबूरी मैदान पर हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। करणी सेना के एक वरिष्ठ पदाधिकारी जीवन सिंह शेरपुर ने प्रदर्शन स्थल पर मीडिया से कहा कि इस प्रदर्शन में मध्यप्रदेश के अलावा उत्तरप्रदेश, राजस्थान और कुछ अन्य राज्यों से हजारों लोग पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन में सिर्फ क्षत्रियों का प्रतिनिधित्व करने वाली करणी सेना ही नहीं, बल्कि अन्य संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए, जो अन्य जातियों का भी प्रतिनिधित्व करते हैं।
शेरपुर ने कहा कि देश में अब जातिगत आधार पर आरक्षण की व्यवस्था समाप्त होना चाहिए। आरक्षण देना ही है, तो इसे आर्थिक आधार पर लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के दुरुपयोग का भी मामला उठाया और कहा कि इन सबमें बदलाव की आवश्यकता है।
इस बीच पुलिस प्रशासन को कल रात से ही प्रदर्शनकारियों के विभिन्न मार्गों से शहर में प्रवेश करने के कारण कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काफी जतन करने पड़े। आज भी शहर के मुख्य मार्गों और जंबूरी मैदान पर पुलिस के जवानों के अलावा अधिकारियों की भी तैनाती रही।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट के जरिए कहा कि अब दुनिया में केवल दो ही जात या जमात हैं। एक अभावग्रस्त और दूसरी सुविधायुक्त। दुनिया के सभी अभावग्रस्त लोगों को एकजुट होकर अपने मानव अधिकारों के लिए लड़ना होगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि भोपाल में देश प्रदेश के हजारों युवा व्यवस्था में सुधार को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। भाजपा सरकार द्वारा कार्यक्रम की अनुमति को रद्द कराना, परिवहन व्यवस्था में बाधा डालना और फिर युवाओं के दबाव में पुन: अनुमति देना और पूरे आंदोलन को बाधित करना, लोकतांत्रिक प्रणाली में राज्य सरकार के विश्वास नहीं होने काे दर्शाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक आंदोलन, विरोध और प्रदर्शन को पुलिस, पैसा और प्रशासन से कुचलना भाजपा सरकार की नीति बनती जा रही है।