जानिए इस दिन मनाया जाएगा लोहड़ी का पर्व, जरूर करें ये उपाय, घर में बनी रहेगी सुख-शांति
नई दिल्ली : सुख-समृद्धि व सौभाग्य का प्रतीक लोहड़ी (Lohri ) का पर्व पौष माह के अंतिम दिन मनाते हैं. इस बार 14 जनवरी को लोहड़ी का पर्व मनाया जाएगा. पंजाब समेत विभिन्न राज्यों में लोहड़ी की धूम रहती है. लोहड़ी का पर्व किसानों के लिए बेहद खास होता है. पंजाब (Punjab) में किसानों के लिए लोहड़ी के दिन से ही नये वित्तीय वर्ष की शुरुआत होती है. इस दिन किसान अपनी फसल को अग्नि में समर्पित करके भगवान को धन्यवाद अर्पित करते हैं. इसके अलावा सुख-समृद्धि व भविष्य में उत्तम फसल की कामना करते हैं.
धार्मिक दृष्टि से लोहड़ी का बड़ा महत्व है. इस दिन कुछ विशेष उपाय अपनाकर जीवन में सुख-समृद्धि व सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं. आइये जानते हैं लोहड़ी के कुछ ऐसे ही विशेष उपाय.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लोहड़ी पर अग्नि का विशेष महत्व होता है. यह अग्नि पवित्रता व शुभता का प्रतीक होती है. इसलिए लोहड़ी की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए. इस दिन अग्नि के साथ महादेवी की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. लोहड़ी पर अग्निदेव व महादेवी की उपासना से जीवन का अंधकार दूर होता है और बल, बुद्धि व ज्ञान की प्राप्ति होती है.
लोहड़ी पर घर की पश्चिमी दिशा में काले कपड़े पर महादेवी की तस्वीर रखकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं, इसके बाद मां देवी को धूपबत्ती, सिंदूर, बेलपत्र और अन्य पूजन सामग्री अर्पित करें. इससे मां देवी की कृपा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार और सुख-समृद्धि का वास होगा.
महादेवी की पूजा के समय उनको मीठी रेवड़ियां, गजक आदि का भोग लगाएं. इसके अलावा सूखे नारियल के साथ कपूर रखकर अग्नि प्रज्वलित करें और उसमें रेवड़ी, मक्का और मूंगफली डालें. साथ में ओम सती शाम्भवी शिवप्रिये स्वाहा मंत्र का जाप करते हुए इस अग्नि की सात परिक्रमा करें. इससे महादेवी की कृपा दृष्टि से घर में खुशहाली बनी रहेगी.
लोहड़ी पर महादेवी के भोग लगाई हुई रेवड़ियों को गरीब कन्याओं को खिलाना चाहिए. इससे घर में अन्न की आपूर्ति बनी रहती है. इस दिन लाल कपड़े में गेंहू बांधकर गरीब ब्राह्मण को देने से आर्थिक स्थिति बेहतर होती है. लोहड़ी की अग्नि में तिल डालकर हवन करने और तिल का दान करने से सौभाग्य मिलता है. लोहड़ी के दिन काली गाय को उड़द की दाल और चावल से बनी खिचड़ी खिलाने से घर में धन संपदा बनी रहती है.