नई दिल्ली. भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के जरिए आज पंजाब (Punjab) के फतेहगढ़ साहिब (Fatehgarh Sahib) पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि, वह (BJP) एक जाति को दूसरी जाति से, एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाने की बड़ी कोशिश कर रहे हैं और इसके चलते उन्होंने देश का माहौल ही बिगाड़ दिया है, हमने सोचा देश को मोहब्बत, एकता, भाईचारे का रास्ता दिखाना चाहिए। इसलिए हमने यह यात्रा शुरू की है।
इसके साथ ही आज उन्होंने कहा कि, हम इस यात्रा में लंबे भाषण नहीं देते हैं। यह यात्रा बोलने की नहीं बल्कि सुनने की है। हम सुबह 6 बजे उठते हैं, लगभग 25 किमी चलते हैं और 6-7 घंटे आप सभी को सुनते हैं। उसके बाद 10-15 मिनट तक हम अपने विचार रखते हैं। इस यात्रा की भावना सिर्फ ‘सुनना’ है।हम इस यात्रा में लंबे भाषण नहीं देते हैं। यह यात्रा बोलने की नहीं बल्कि सुनने की है। हमने सोचा कि इस यात्रा को भारत के सबसे बड़े मुद्दों – नफरत, हिंसा, बेरोजगारी और महंगाई को उठाना चाहिए और इन मुद्दों के खिलाफ लड़ना चाहिए।
गौरतलब है कि आज, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पंजाब में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने से पहले बुधवार सुबह गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में मत्था टेका। इस दौरान राहुल गांधी पगड़ी पहने और आधी बाजू की टी-शर्ट पहने नजर आए। गांधी के साथ कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और पार्टी के अन्य नेता भी मौजूद रहे। गांधी ने अंबाला जिले में यात्रा के हरियाणा चरण के समापन के बाद मंगलवार को अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में भी मत्था टेका था।
मिली जानकारी के अनुसार, यात्रा के पंजाब-चरण के कार्यक्रम में यह फतेहगढ़ साहिब में सरहिंद से शुरू हुई और मंडी गोबिंदगढ़, खन्ना, साहनेवाल, लुधियाना, गोराया, फगवाड़ा, जालंधर, दसुआ और मुकेरियां से होकर गुजरेगी। यात्रा के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश से पहले 19 जनवरी को पठानकोट में पार्टी की एक रैली होगी। गांधी सुबह और शाम तीन-तीन घंटे पैदल चलकर 25 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई यात्रा 30 जनवरी तक श्रीनगर में पहुंचने पर समाप्त होगी, जहां गांधी जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। यह पदयात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से होकर गुजर चुकी है।