क्या पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा से भीड़ को वोट में बदल पाएंगे राहुल गांधी, जानिए असली वजह
पठानकोट (Pathankot) । भारत जोड़ो यात्रा (bhaarat jodo yaatra) लेकर चल रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार की शाम होशियारपुर (Hoshiarpur) में एक जनसभा में पहली बार पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab Chief Minister Bhagwant Mann) पर सीधा हमला किया। उन्होंने पंजाब व दिल्ली के मुख्यमंत्रियों का नाम लेकर कटाक्ष किया। अपने भाषण के अंतिम दौर में राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह पंजाब को पंजाब से ही चलाएं क्योंकि आप पंजाब के मुख्यमंत्री हैं।
आपको बता दें कि इस समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा लेकर चल रहे। इसी को देखते हुए पंजाब विधानसभा चुनाव के दस माह के भीतर कांग्रेस एक बार फिर राज्य में सड़कों पर उतरी है। प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा को मिले समर्थन से पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित तमाम नेता उत्साहित हैं। इससे पंजाब कांग्रेस की जिम्मेदारी बढ़ गई है, क्योंकि उस पर लोकसभा चुनाव में भीड़ को वोट में बदलने की चुनौती होगी।
पंजाब के होशियारपुर में राहुल ने जनसभा में दिल्ली के मुख्यमंत्री का नाम लेकर राहुल गांधी ने कहा कि भगवंत मान को किसी का रिमोर्ट कंट्रोल नहीं बनना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने जब-जब पंजाब में राज किया है तब-तब पंजाब को पंजाब से ही चलाया है। राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि कांग्रेसी सांसदों ने जब लोकसभा व राज्यसभा में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देने की मांग उठाई तो भाजपा सरकार ने इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सीमा पर किसान एक साल तक धरना देते रहे और प्रधानमंत्री ने उनके साथ मुलाकात नहीं की। राहुल ने कहा कि अगर यूपीए की सरकार सत्ता में होती और इस तरह का आंदोलन हुआ होता तो हमारे प्रधानमंत्री किसानों के बीच बैठकर बात करते, हालांकि यात्रा को मिले समर्थन से उत्साहित राहुल गांधी मानते हैं कि कांग्रेस की पूर्व प्रदेश सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी खत्म हो गई है। ऐसे में अगले चुनाव में पार्टी आसानी से सरकार बनाएगी। उनका इशारा कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की तरफ था। हालांकि, बाद में पार्टी ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया था।
बता दें कि प्रदेश में किसान की समस्या और बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है। किसानों के मुद्दे जस के तस हैं, जबकि, कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन पंजाब से शुरू हुआ था। इसलिए, राहुल गांधी यह मानते हैं कि यूपीए सरकार के दौरान किसानों के लिए कुछ काम हुआ था पर जितना हमें करना चाहिए था, उतना काम करने में विफल रही, राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस के लिए जमीन तैयार करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। हिमाचल प्रदेश में जीत से पार्टी और कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ा है।
विदित हो कि शिरोमणि अकाली दल यात्रा का विरोध करते हुए ऑपरेशन ब्लूस्टार और 1984 के सिख विरोधी दंगों पर माफी मांगने की मांग कर रहा है। राहुल गांधी इन मुद्दों पर भी मजबूती से अपना पक्ष रख रहे हैं। उनके मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी इन मुद्दों पर कांग्रेस का रुख साफ कर चुके हैं। पार्टी के इन दोनों नेताओं ने जो कहा है, वह उसका पूरा समर्थन करते हैं।