तिब्बत में भीषण हिमस्खलन, बर्फ के नीचे दबे 8 लोगों की मौत- कई लापता
नई दिल्ली: चीन के तिब्बत में दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में स्थित न्यिंगची शहर में भीषण हिमस्खलन की वजह से बड़े नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। बताया गया है कि न्यींगची शहर में इस हिमस्खल की वजह से कम से कम आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग पहाड़ों से गिरी बर्फ के नीचे ही दब गए। वहीं चीनी सरकार ने शवों और लापता लोगों की बरामदगी में मदद के लिए एक टीम भेजी है। जानकारी के मुताबिक मेनलिंग काउंटी में पाई गांव और मेडोग काउंटी में डोक्सोंग ला सुरंग से बाहर निकलने के बीच मंगलवार रात करीब 8 बजे सड़क के एक हिस्से पर हिमस्खलन हुआ। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग लापता हुए हैं और अधिकारियों की तरफ से भी कोई विवरण जारी नहीं किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय अधिकारियों ने रात भर में 131 लोगों और 28 वाहनों को घटनास्थल पर भेजा है। यह आपदा कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चीन की सरकार ने यहां फंसे लोगों की मदद के लिए रेस्क्यू टीम उतार दी है। यह रेस्क्यू टीम बर्फ में दबे लोगों के शव निकालने के अलावा लापता लोगों का पता लगाने की कोशिश में जुटी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बुधवार शाम साढ़े पांच बजे तक आपातकालीन बचाव मुख्यालय ने 350 मीटर (1,000 फीट) के बचाव मार्ग की खुदाई के लिए 246 बचावकर्मी, 70 से अधिक वाहन, 10 बड़े पैमाने के उपकरण और 994 खोज उपकरण भेजे गए। लगभग 3,100 मीटर (9,300 फीट) की औसत ऊंचाई पर स्थित, न्यिंगची को तिब्बत का स्विट्जरलैंड माना जाता है।
वहीं बीते साल 2022 के अक्टूबर महीने में उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए हिमस्खलन में 27 पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी। यहां 17,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पर हुए हिमस्खलन में करीब कई ट्रैकर्स फंस गए थे।
वहीं इसी महीने जम्मू कश्मीर के गांदरबल जिले के सोनामर्ग के सरबल इलाके में भारी हिमस्खलन हुआ। इसकी चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई थी। सुरक्षाबलों ने इलाके में राहत और बचाव अभियान चलाया। इस बीच शव बरामद कर लिया गया।