दोपहिया वाहन चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, मोटरसाइकिल व स्कूटी सहित 2 गिरफ्तार
कपूरथला: सी.आई.ए स्टाफ कपूरथला की पुलिस ने दोपहिया वाहन चोरी करने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश करते हुए चोरी के 6 मोटरसाइकिल व एक स्कूटी सहित 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना सिटी कपूरथला में मामला दर्ज कर लिया गया है।
एस.एस.पी. कपूरथला नवनीत सिंह बैंस के आदेशों पर जिला भर में चल रही अपराध विरोधी मुहिम के तहत एस.पी. (डी) हरविन्दर सिंह तथा डी.एस.पी. (डी) बलजिन्दर सिंह की निगरानी में सी.आई.ए. स्टाफ कपूरथला के इंचार्ज इंस्पैक्टर जरनैल सिंह ने पुलिस टीम के साथ सुल्तानपुर लोधी मार्ग पर नाकाबंदी की हुई थी। इस दौरान एक मुखबिर खास ने पुलिस टीम को सूचना दी कि सर्बजीत सिंह उर्फ मोनू पुत्र निंदर सिंह निवासी गांव हुसैनपुर थाना सुल्तानपुर लोधी तथा दलजीत सिंह उर्फ जॉनी पुत्र फुमण सिंह निवासी गांव अंबिया तोहफा, थाना करतारपुर जिला जालंधर, इस समय बिना नंबर के 2 चोरी के मोटरसाइकिलों पर शहर में घूम रहे हैं तथा किसी ग्राहक की तलाश में है।
यदि आरोपियों को काबू कर लिया जाए तो एक बड़े आपराधिक गैंग का पर्दाफाश हो सकता है। इस पर पुलिस टीम ने जब नाकाबंदी कर वाहनों की तलाशी शुरू की तो पुलिस द्वारा रोके जाने पर दोनों आरोपियों ने भागने की कोशिश की परंतु पुलिस टीम ने पीछा कर दोनों आरोपियों सर्बजीत सिंह उर्फ मोनू तथा दलजीत सिंह उर्फ जॉनी को दोनों मोटरसाइकिलों के साथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि वह लंबे समय से कपूरथला तथा आसपास के देहाती क्षेत्रों में दोपहिया वाहन चोरी करने का गैंग चला रहे हैं तथा अब तक बड़ी संख्या में दोपहिया वाहन चोरी कर चुके हैं।
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम ने कांजली बेई के नजदीक जंगल से 4 और मोटरसाइकिल तथा एक स्कूटी बरामद की। पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि गिरफ्तार आरोपी सर्बजीत सिंह उर्फ मोनू के खिलाफ दोपहिया वाहन चोरी करने के कई मामले दर्ज है तथा वह करीब 2 महीने पहले ही वाहन चोरी के मामले में जमानत पर बाहर आया है तथा उसने जमानत पर आते ही फिर से वाहन चोरी करने का काम शुरू कर दिया। पुलिस को संदेह है कि आरोपियों के साथ और भी व्यक्ति जुड़े हुए हैं, जिनकी मदद से वह इस गैंग को चला रहे हैं। दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। पूछताछ के दौरान कई सनसनीखेज खुलासे होने की संभावना है।
वहीं, पुलिस को यह भी संदेह है कि आरोपियों ने चोरी के वाहन सस्ते दामों में बेच दिए हैं, जिसको लेकर आरोपियों से पूछताछ जारी है। पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ सकते हैं।