महाकाल की ‘भस्म आरती’ के नाम पर दलाली मामले में केस दर्ज, महिला श्रद्धालु से हुई 4500 की ठगी
उज्जैन : उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के नाम पर एक बार फिर दलाली का मामला उजागर हुआ है. इस मामले में महाकाल थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी अभी फरार हैं. इस बार महाकाल मंदिर समिति और जिला प्रशासन दलालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कह रहा है.
महाकालेश्वर मंदिर समिति से जयपुर की रहने वाली निशा नामक महिला श्रद्धालु ने शिकायत की थी कि उनसे भस्म आरती के नाम पर 4500 रुपए लिए गए हैं. यह मामला जब प्रबंध समिति के पास पहुंचा तो समिति ने महाकाल थाना पुलिस को शिकायत की और आवेदन दिया. महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि इस मामले में महाकाल थाना पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
महाकाल थाना प्रभारी मुनेंद्र गौतम के मुताबिक आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस मामले में शिव शर्मा नामक व्यक्ति का नाम सामने आया है. इस पूरे मामले में पुलिस कार्रवाई की बात रही है. पुलिस के मुताबिक भस्म आरती की दलाली के मामले में शिव शर्मा का पहले भी नाम आ चुका है.
बता दें कि उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आम श्रद्धालुओं के लिए भस्म आरती की अनुमति निशुल्क दी जाती है. महाकालेश्वर मंदिर समिति को इसके लिए पहचान पत्र देना होता है. पहचान पत्र के माध्यम से आवेदन पर निशुल्क अनुमति होती है. जब वीआईपी प्रोटोकॉल के जरिए भस्म आरती की अनुमति ली जाती है तो फिर वह 200 रुपए प्रति श्रद्धालुओं की रसीद के माध्यम से अनुमति होती है. इसके लिए भी महाकाल मंदिर समिति ऑनलाइन राशि जमा करवाती है.
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि भस्म आरती के नाम पर दलाली करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि पहले भी एक बार मामला सामने आया था तो एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. कलेक्टर ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे भस्म आरती की अनुमति के नाम पर किसी को कोई राशि ना दें. महाकाल मंदिर समिति द्वारा हाल ही में निर्णय लिया गया है कि भस्म आरती में आम श्रद्धालुओं की अधिक संख्या में अनुमति होगी. कलेक्टर के मुताबिक इस मामले में जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
महाकालेश्वर मंदिर का पूरा परिसर सीसीटीवी कैमरों से लैस है. ऐसी स्थिति में महाकाल मंदिर समिति ने शिकायत मिलने के बाद सीसीटीवी कैमरों से पूरे सबूत एकत्रित कर लिए हैं. बताया जा रहा है कि महाकालेश्वर मंदिर समिति के कुछ कर्मचारी भी काउंटर पर पीड़ित श्रद्धालुओं से बातचीत करते हुए दिखाई दे रहे हैं. उनकी भूमिका की जांच भी शुरू हो गई है. कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक यदि कोई भी इस मामले में लिप्त पाया गया तो उसे नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा.