यूपी रोडवेज चालकों का बढ़ा मानदेय, वाराणसी में स्टेयरिंग पकड़ने से पहले ड्राइवर देंगे ये टेस्ट
लखनऊ: यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड इलेक्ट्रिक (वीसीटीएसएल) बस चालकों के सेहत की नियमित जांच कराएगा। जांच के बाद चालकों का हेल्थ कार्ड भी बनेगा, जिसे वे ड्यूटी के दौरान साथ रखेंगे। वीसीटीएसएल की ओर से हर तीन महीने पर चयनित किए गए अस्पताल में आंखों से लेकर दिल तक की जांच होगी। इसके अलावा प्रतिदिन ड्यूटी से पहले चालकों के शरीर का तापमान और ब्लड प्रेशर की जांच होगी। इसके बाद वह स्टेयरिंग थामेंगे। इसके लिए अलग से प्रशिक्षित कर्मचारी लगाए जाएंगे।
पखवारे भर पहले बाबतपुर रूट की एक बस में अचानक चालक को मिर्गी आ गई थी। संयोग ही था कि उस समय सवारियां उतारने के चलते बस खड़ी थी अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। इस घटना से सबक लेते हुए वीसीटीएसएल प्रबंधन ने चालकों की सेहत की नियमित जांच कराने का फैसला लिया। वीसीटीएसएल के प्रबंधक निदेशक गौरव वर्मा ने बताया कि चालकों की रोज जांच करने के लिए ट्रेंड करके कर्मचारियों को लगाया जाएगा। हर तीन महीने में जांच करने के लिए अस्पताल चयन करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
अगले महीने से मिलेगा बढ़ा हुआ मानदेय
सिटी बसों के 300 से ज्यादा चालक और परिचालकों का मानदेय 35 पैसा प्रति किलोमीटर बढ़ा दिया गया है। एक फरवरी से इसे लागू कर दिया गया है। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक (वाराणसी परिक्षेत्र) गौरव वर्मा ने बताया कि पहले इन्हें 2.05 रुपया प्रति किलोमीटर मानदेय मिलता था, जिसे बढ़ाकर अब 2.40 रुपये कर दिया गया है। मार्च में बढ़ा हुआ मानदेय मिलने लगेगा।