नई दिल्ली : दिल्ली सरकार की कथित फीडबैक यूनिट (एफबीयू) मामले को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। प्रदेश भाजपा (BJP) की ओर से गुरुवार को विरोध मार्च निकाला गया। वहीं, कांग्रेस ने इस मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज करने की मांग उठाई है। वहीं, उप मुख्यमंत्री ने इन आरोपों को मनगढ़ंत बताया है। आईटीओ चौराहे से दिल्ली सचिवालय तक निकाले गए भाजपा के मार्च में पार्टी के वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
शहीदी पार्क से सचिवालय की ओर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारियों को आईटीओ चौक पर पुलिस ने बलपूर्वक रोका तो वे वहीं बैठ गए और चक्का जाम कर मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत लेकर आईपी एस्टेट थाने पहुंची, जहां से कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
विरोध मार्च में कार्यकारी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के मुखिया को किसी भी तरह का विरोध सहन नहीं है चाहे वह राजनीतिक विरोधियों का हो, प्रशासनिक अधिकारियों का हो या फिर न्याय पालिका की उनकी सरकार के प्रति विपरीत टिप्पणी ही क्यों ना हो।
दिल्ली सरकार हर विरोध के स्वर को दबाने में यकीन रखती है। सचदेवा ने कहा जब आम आदमी पार्टी 2015 में सत्ता में आई तो उन्होंने पहला काम मीडिया का सचिवालय में प्रवेश रोकने का किया, फिर अधिकारियों के बोलने पर प्रतिबंध लगाया, भाजपा से जुड़े राजनीतिक विरोधियों को दबाने की चेष्टा की, लेकिन पुलिस उनकी सरकार के अधीन ना होने से उसमें सफलता नहीं मिली।
दिल्ली कांग्रेस ने कथित फीडबैक यूनिट मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जल्द एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि आप पार्टी की सरकार ने फीडबैक यूनिट का गठन जासूसी करने के लिए किया था जोकि अनैतिक है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के बहाने राजनीतिक जासूसी कराने के लिए फीडबैक यूनिट का गठन संवैधानिक और प्रशासनिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन है।
भाजपा वाले मेरे खिलाफ नया आरोप लाए हैं कि मैं 2015 से इनकी जासूसी करवा रहा हूं। ये इतने बड़े-बड़े लोग, जिनका अस्तित्व ही सीबीआई, ईडी पैगासस से विपक्षी नेताओं के खिलाफ साजिश कराने पर टिका है। अगर इतने बड़े लोग भी मुझसे डर रहे हैं तो लगता है कि अपन भी पीएम के बराबर हो गए हैं यार।