विवादों के बीच अडानी इंटरप्राइजेज को हुआ 820 करोड़ का मुनाफा, पहले हुआ था 12 करोड़ का लॉस
नई दिल्ली: तमाम विवादों के बीच अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज के तीसरे तिमाही के नतीजे सामने आ गए हैं. अडानी इंटरप्राइजेज के नतीजे शानदार देखने को मिले हैं. जहां कंपनी का 800 करोड़ रुपये से ज्यादा देखने को मिला है, जो एक साल पहले 12 करोड़ रुपये के नुकसान पर था. वहीं रेवेन्यू में भी 42 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. कंपनी के शानदार नतीजों की वजह से कंपनी के शेयर में 7 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर अडानी इंटरप्राइजेज तिमाही नतीजों में किस तरह के आंकड़ें देखने को मिले हैं.
अडानी एंटरप्राइजेज ने दिसंबर तिमाही में 820 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटिड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जबकि एक साल पहले 11.63 करोड़ रुपये का नेट लॉस देखने को मिला थ. वहीं ऑपेरेशनल रेवेन्यू में करीब 42 फीसदी का उछाल देखने को मिला है जोकि 26,612.23 करोड़ रुपये हो गया है. कंपनी ने कहा कि कंसोलिडेटिड ऑपेरेशनल प्रॉफिट, इंट्रस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन और एबिट्डा से पहले की कमाई के रूप में की गई कैलकुलेशन साल में दोगुनी होकर 1,968 करोड़ रुपये हो गई. इंटिग्रेटिड रिसॉर्स मैनेज्मेंट बिजनेस ने रेवेन्यू में 38 फीसदी की वृद्धि के साथ 17,595 करोड़ रुपये की सूचना दी है, जबकि माइनिंग कारोबार की बिक्री लगभग 3 गुना बढ़कर 2,044 करोड़ रुपये हो गई.
न्यू एनर्जी इकोसिस्टम बिजनेस रेवेन्यू दोगुना से अधिक बढ़कर 1,427.40 करोड़ रुपये हो गया. हवाई अड्डों के कारोबार में भी रेवेन्यू दोगुना होकर 1,733 करोड़ रुपये हो गया. न्यू एनर्जी में कंपनी ने सोलर मॉड्यूल के वॉल्यूम में 63 फीसदी यानी 430 मेगावाट की वृद्धि देखने को मिली. माइनिंग कारोबार में प्रोडक्शन का वॉल्यूम 6.2 मिलियन टन देखने को मिला. इंटिग्रेटिड रिसॉर्स मैनेज्मेंट बिजनेस का वॉल्यूम तीसरी तिमाही में सालाना 8 फीसदी बढ़कर 15.8 मिलियन टन हो गई.
ऑस्ट्रेलिया में कारमाइकल खदान ने Q2 में 1.9 मिलियन टन की तुलना में Q3 में 2.5 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया. खदान से कोयले की सप्लाई 2 मिलियन टन थी. अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी के लाभ में मजबूत वृद्धि इंटिग्रेटिड रिसॉर्स मैनेज्मेंट और नई एनर्जी इकोसिस्टम कारोबार में हाई वॉल्यूम और कीमतों से देखने को मिली.