मध्य प्रदेश में पटवारी के लिए 6 हजार पदों पर 12 लाख से अधिक आवेदन
भोपाल : मध्य प्रदेश (MP) में बेरोज़गारी का आलम यह है कि अगले महीने होने वाली पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए 12 लाख से अधिक आवेदन आए हैं। इतना ही नहीं आवेदन करने वाले परीक्षार्थियों में भारी संख्या इंजीनियरिंग और एमबीए के डिग्रीधारियों की है।
जानकारी के लिए बता दें कि इस समय बेरोज़गारी ऐसी चल रही है कि जिसका अंदाजा नहीं लगा सकते। इसी से निजात पाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने कुछ भर्तियां निकाली हैं जिनमें इन दिनों पटवारी के करीब सात हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। इस भर्ती के लिए मिले आवेदनों ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इन पदों के लिए 12 लाख से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है. हैरानी इस बात की है कि पटवारी बनने की लाइन में इंजीनियरिंग, एमबीए और पीएचडी करने वाले भी लग गए हैं। कांग्रेस ने इसे प्रदेश के बेरोजगारों की मजबूरी बताया है। वहीं बीजेपी का दावा है कि सरकार बेरोजगारों को नौकरी मुहैया करा रही है।
बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने पांच साल बाद पटवारी की पोस्ट निकाली है। इसमें करीब छह हजार 755 पदों के लिए 12 लाख 79 हजार आवेदन पत्र आए हैं। इसके लिए योग्यता स्नातक रखी गई है, लेकिन आवेदकों में चार लाख से ज्यादा आवेदक वो हैं जिनके पास स्नातक से ज्यादा का क्वालिफिकेशन है यानिकी स्नातकोत्तर बीई एमबी और पीएचडी भी।
पटवारी बनने के लिए पिछले बार से दो लाख से ज्यादा लोगों ने आवेदन दिया है। इसमें पीएचडी के एक हजार,बीटेक या बीई के 85 हजार,एमबीए के एक लाख, स्नातकोत्तर यानिकी पीजी के एक लाख अस्सी हजार लोगों के आवेदन आए हैं। इंजीनियरिंग डिप्लोमाधारी पांच हजार से ज्यादा युवक युवती पटवारी बनना चाहते हैं।
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी कहते हैं कि महीने में एक दिन रोजगार दिवस मनाती है, हालांकि सरकार का जोर सरकारी नौकरी देने से ज्यादा स्वरोजगार के लिए लोन दिलवाना है। उन्होंने कहा कि वैसे भी मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि इस चुनावी साल में एक लाख से ज्यादा लोगों को सरकारी नौकरी देंगे मगर जमीन पर ये घोपणा पूरी होती नहीं दिख रही है।