दो Nuclear submarines जल्द शामिल होंगी रूसी नौसेना में, नाटो देशों में बढ़ी दहशत
मास्को : यूक्रेन में पिछले एक साल से भीषण बारूदी हमले के बीच रूस ने दो नई परमाणु पनडुब्बियों को बनाने में सफलता हासिल की है। रूसी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक यह बोरोई क्लास की दोनों अलेक्जेंडर III पनडुब्बी इस साल के आखिर तक रूसी नौसेना में शामिल कर ली जाएंगी। सेंट पीटर्सबर्ग स्थित यूनाइटेड शिपबिल्डिंग कार्पोरेशन के प्रमुख अलेक्सी राखमानोव ने रिया नोवस्ती एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि इन पनडुब्बियों को साल के अंत तक रूसी नौसेना को सौंप दिया जाएगा। यह पनडुब्बी अमेरिका तक मिसाइल हमला करने में सक्षम है।
सेवमाश रूस का सबसे बड़ा शिपबिल्डिंग कार्पोरेशन है और केवल यही परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी बनाता है। कंपनी दो अलेक्जेंडर III सबमरीन को रूसी नौसेना को देगा। यह बोरोई क्लास की परमाणु पनडुब्बी हैं। प्रत्येक पनडुब्बी 16 बुलावा अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों को दाग सकती है। इससे पहले गत 1 नवंबर से ही इन दोनों का समुद्र के अंदर ट्रायल चल रहा है। रूस की इन दोनों परमाणु पनडुब्बियों से नाटो देशों में दहशत है।
बिजनस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक नाटो देशों की सेनाएं यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के सबमरीन बेडे़ को लेकर चेतावनी की घंटी बजा चुकी हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने 20 जनवरी को कहा था कि वह चाहते हैं कि देश समुद्र के अंदर 19,600 फुट के नीचे तलहटी में नियंत्रण करने की क्षमता को हासिल करे ताकि जटिल अंडरवाटर इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षित किया जा सके। सोवियत यूनियन के पतन रूस अपनी परमाणु पनडुब्बी की क्षमता को लगातार बढ़ाने में जुटा हुआ है।
इससे पहले पुतिन ने दिसंबर महीने में कहा था कि रूस और ज्यादा परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों का निर्माण करेगा। इससे आने वाले कई दशकों तक रूस की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। राखमानोव ने कहा कि सेवमाश ने गति पकड़ ली है और अब 1 से 2 पनडुब्बी हर साल सौंपी जा रही है। यही नहीं स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई महीने में रूसी नौसेना में 4 नए युद्धपोत शामिल होने जा रहे हैं। इससे यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी नौसेना की मारक क्षमता और विनाशकारी हो जाएगी। इससे पहले यूक्रेन ने रूसी युद्धपोत मोस्कवा को डुबो दिया था।