उत्तर कोरिया की धमकी के बावजूद दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सेनाएं करेंगी संयुक्त अभ्यास
सियोल : दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सेना ने कहा कि वे इस महीने बड़े पैमाने पर वार्षिक सैन्य अभ्यास करेंगी। उत्तर कोरिया के इस तरह के अभ्यास के खिलाफ आगाह करने और इसके कड़े परिणाम भुगतने की धमकी देने के बावजूद दोनों सेनाओं ने सैन्य अभ्यास करने का फैसला किया है।
ऐसा संदेह है कि उत्तर कोरिया आगामी दक्षिण कोरियाई-अमेरिकी अभ्यास का उत्तेजक मिसाइल परीक्षणों और उग्र बयानों के जरिये जवाब देगा, क्योंकि वह इन अभ्यासों को आक्रमण का पूर्वाभ्यास बताता है।
दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सेना ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे अपनी रक्षा और जवाबी कार्रवाई की क्षमताओं को मजबूत करने के लिए 13 से 23 मार्च तक ‘फ्रीडम शील्ड’ अभ्यास (एक कंप्यूटर कमांड आधारित अभ्यास) करेंगी। दोनों सेनाओं ने कहा कि अभ्यास उत्तर कोरियाई आक्रामकता, हाल के संघर्षों से सीखे गए सबक और बदलते सुरक्षा परिवेश पर केंद्रित होगा।
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के प्रवक्ता कर्नल ली सुंग जून ने कहा, ‘‘दक्षिण कोरया-अमेरिका गठबंधन उत्तर कोरियाई सेना द्वारा संभावित उकसावे के खिलाफ तैयार रहने के लिए एफएस (फ्रीडम शील्ड) अभ्यास करेगा।’’ ली ने कहा कि दोनों देश उत्तर कोरियाई के संभावित उकसावे का ‘‘पूरी तरह से’’ जवाब देंगे।
अमेरिकी सेना के प्रवक्ता कर्नल आइजैक के टेलर ने कहा कि दोनों देश अभियानों को अंजाम देने की अपनी क्षमता में सुधार करने के लिए व्यापक स्तर पर ‘वारियर शील्ड एफटीएक्स’ नामक संयुक्त अभ्यास भी करेंगे।