एयरलिफ्ट के किरदार रंजीत कत्याल को सम्मान मिलना चाहिए : अक्षय कुमार
मुंबई: अक्षय कुमार ने अपनी नई फिल्म ‘एयर लिफ़्ट’ में रंजीत कत्याल नाम के किरदार की भूमिका निभाई है। फिल्म के निर्देशक और अक्षय कुमार कहते आ रहे हैं कि यह फिल्म एक असल घटना और असल व्यक्ति पर आधारित है जिसने इराक़ द्वारा हमले किए जाने के दौरान 1 लाख 70 हज़ार भारतीयों को कुवैत से निकालकर भारत पहुंचाया था। इसे दुनिया का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन बताया जाता है और अक्षय का कहना है कि इस साहस भरे काम के लिए रंजीत कत्याल सम्मान के हक़दार हैं जो उन्हें मिलना चाहिए।
गौरतलब है कि 1990 में इराक़ ने कुवैत पर हमला किया और उस समय लाखों भारतीय कुवैत में काम कर रहे थे। एयरलिफ्ट के निर्माता-निर्देशकों का मानना है कि उस समय भारत के ही एक व्यापारी रंजीत कत्याल ने कुवैत और इराक़ से बात करके 1,70,000 फंसे हुए भारतीयों को क़ुवैत से निकालकर भारत पहुँचाया था। ज़ाहिर है कि इस फ़िल्म में काम करने के बाद अक्षय को लगा कि रंजीत ने उस समय वाकई बहुत बड़ा काम किया था और इस लिए उन्हें सम्मान मिलना चाहिए।
कहां है रंजीत कत्याल..
हालांकि इस फिल्म के प्रचार के दौरान जब मीडिया ने अक्षय से पूछा कि क्या वह एयरलिफ्ट में अपने किरदार से किस तरह के राष्ट्रीय पुरस्कार की उम्मीद कर रहे हैं तो जवाब मिला ‘मुझे मालूम नहीं कि मुझे क्या पुरस्कार मिलेगा लेकिन रंजीत कत्याल सम्मान के असल हक़दार हैं क्योंकि उन्होंने बहुत बड़ा काम किया है।’
उधर समाचार वेबसाइट बीबीसी हिंदी में छपी एक रिपोर्ट ने रंजीत कत्याल नाम के शख्स के होने पर ही सवाल खड़े किए हैं। इस खबर के मुताबिक उस वक्त खाड़ी युद्ध कवर करने वाले पत्रकारों, एयर इंडिया और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत में पता चला है कि रंजीत नाम का कोई शख्स इस रेस्क्यू ऑपरेशन का हिस्सा नहीं था।