नई दिल्ली : मौजूदा दौर में डायबिटीज एक बड़ी समस्या बन चुकी है, जो भारत में काफी सालों पहले पैर पसार चुका है. ये परेशानी जेनेटिक हो सकती है, लेकिन ज्यादातर मामलों में ये खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी फूड हैबिट्स की वजह से हो सकता है. मधुमेह की बीमारी कई अन्य परेशानियों को भी जन्म देती है जिसमें किडनी डिजीज, हार्ट डिजीज, हाई बीपी और स्ट्रोक शामिल है. इस मेडिकल कंडीशन में इंसूलिन का सिक्रिशन या यूज सही तरीके से नहीं हो पाता. ग्रेटर नोएडा के GIMS अस्पताल में कार्यरत मशहूर डाइटीशियन आयुषी यादव ने कि लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स खाने से हाई ब्लड शुगर
हर हरी सब्जियां सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है, लेकिन ब्रोकली को सुपरफूड से कम नहीं समझा जाता. अगर इसे रेगुलर खाएंगे तो ब्लड शुगर लेवल और बीपी कंट्रोल में रहेगा और साथ ही इम्यूनिटी भी बूस्ट होगी.
हमें अपनी डेली डाइट में होल ग्रेन यानी साबुत अनाज से बनी चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए क्योंकि ये सेहत के लिए काफी लाभकारी हैं. डायबिटीज के मरीजों को अगर अपना ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रखना है तो पॉलिश्ड राइस की जगह ब्राउन राइज और नॉर्मल गेंहूं के आटे की जगह मल्टीग्रेन आटे की रोटी खानी चाहिए.
आमतौर पर अगर आप नाश्ते में कम से कम एक अंडा खाएंगे तो शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल (Good Cholesterol) बढ़ने लगेगा और इससे ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा नियंत्रित रहेगी. अंडे में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है जो मधुमेह के मरीजों के लिए जरूरी है.
दाल एक ऐसा फूड है जो हमारी डेली लाइफ का अहम हिस्सा है, चावल और रोटी दोनों के साथ इसका कॉम्बिनेशन फिट बैठता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये डायबिटीज के मरीजों के लिए ये कितना फायदेमंद हो सकता है. दरअसल दाल प्रोटीन और फाइबर का रिच सोर्स है जो सेहत के लिए लाभकारी साबित होता है.