पुणे : पुणे में एक स्तब्ध कर देने वाली घटना सामने आई है। अघोरी प्रथा को पूरा करने के लिए एक परिवार ने अपनी 28 वर्षीय बहू के मासिक धर्म का खून जमा किया और उसका मोटी रकम में सौदा किया। इस शर्मनाक घटना में महिला का पति, देवर और बाकी ससुराली शामिल थे। महिला का कहना है कि जब से शादी हुई है, तब से उस पर जुल्म किए जा रहे हैं। पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ विभिन्ना धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
मामला पुणे के विशारंत वाडी पुलिस थाना क्षेत्रांर्तगत है। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दत्तात्रेय भापका ने बताया कि आरोपी ने पीड़िता की मर्जी के खिलाफ अघोरी प्रथा के तहत महिला के मासिक धर्म का खून लिया। “पीड़ित महिला की शिकायत पर उसके पति, उसकी सास, ससुर, देवर और भतीजे के खिलाफ धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध), 354 (छेड़छाड़) के तहत मामला दर्ज किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में 498 (एक विवाहित महिला को आपराधिक इरादे से फुसलाना या ले जाना या हिरासत में लेना) और महाराष्ट्र रोकथाम और मानव बलिदान और अन्य अमानवीय, बुराई, और अघोरी प्रथा और काला जादू अधिनियम की संबंधित धाराएं भी जोड़ी हैं।
पुलिस ने बताया कि महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि बीड जिले में 2019 में उनकी शादी के बाद से उसे मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी गई। “अपनी शिकायत में, उसने आरोप लगाया कि अगस्त 2022 में उसके देवर, भतीजे और एक पड़ोसी सहित कुछ आरोपियों ने जबरन महिला के मासिक धर्म के खून को कुछ काले जादू के हिस्से के रूप में लिया और एक बोतल में भर दिया।” पुलिस ने आगे कहा कि पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि आरोपी देवर को महिला के मासिक धर्म के खून के बदले में 50 हजार रुपये मिलने थे।
पुलिस ने आगे कहा कि माहवारी के खून की घटना अगस्त 2022 में बीड जिले महाराष्ट्र में हुई थी। मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा, “महिला का मायका पुणे में है और उसकी शिकायत मिलने के बाद पुणे पुलिस ने विश्रांतवाड़ी पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की थी और आगे की जांच के लिए मामले को बीड पुलिस को सौंप दिया था।”
गौरतलब है कि जनवरी 2023 में, पुणे में ही एक चौंकाने वाली घटना सामने आई थी। एक महिला को उसके ससुराल वालों और पति द्वारा एक बच्चे को गर्भ धारण करने के लिए तांत्रिक बाबा द्वारा बताए गए काले जादू की रस्म के तहत मृत मानव की हड्डियों से बने पाउडर को खाने के लिए मजबूर किया गया था।