US राष्ट्रपति ने भारतीय मूल के दो सीईओ को अपनी टीम में दी बड़ी जिम्मेदारी, जानें- कौन?
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय मूल के दो सीईओ को अपनी सलाहकार टीम में शामिल किया है और उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उन दो भारतीय-अमेरिकियों में फ्लेक्स की सीईओ रेवती अद्वैती और नेचुरल रिसोर्सेज डिफेंस काउंसिल के सीईओ मनीष बापना शामिल हैं। इन दोनों को व्यापार नीति और वार्ता के लिए सलाहकार समिति में शामिल किया गया है। व्हाइट हाउस की एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 14 लोगों की एक टीम की घोषणा की है जो अमेरिकी सलाहकार समिति का हिस्सा होगी। इस टीम में रेवती अद्वैती, मनीष बापना, टिमोथी माइकल ब्रोस, थॉमस एम कॉनवे, एरिका आरएच फुच्स, मार्लन ई किम्पसन, रयान, शोंडा यवेटे स्कॉट, एलिजाबेथ शुलर, नीना ज़्लॉस्बर्ग-लैंडिस और वेंडेल पी वीक्स शामिल किए गए हैं। ये लोग किसी भी व्यापार समझौते पर प्रवेश करने से पहले की बातचीत और व्यापारिक और सौदेबाजी की स्थिति, ट्रेड एग्रीमेंट्स के समझौते और उनका क्रियान्वयन और प्रशासन के मामलों को लेकर बाइडेन प्रशासन को सलाह देंगे।
कौन हैं रेवती अद्वैती:
रेवती अद्वैती फ्लेक्स की मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। वह कंपनी की रणनीतिक दिशा तय करने और फ्लेक्स को बदलाव के जरिये दुनियाभर में अग्रणी बनाये रखने के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालती रही हैं। रेवती के नेतृत्व में यह कंपनी लगातार आगे बढ़ रही है। 2019 में कंपनी की सीईओ बनने के बाद से अद्वैती कंपनी की रणनीतिक दिशा तैयार करने और फ्लेक्स को एक परिवर्तन के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए जिम्मेदार रही हैं। रेवती के साथ यह कंपनी विनिर्माण में एक नए युग को परिभाषित कर रही है।
Flex की सीईओ बनने से पहले, रेवती अद्वैती 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की बिक्री और 102,000 कर्मचारियों वाली इलेक्ट्रिकल क्षेत्र की कंपनी, ईटन की अध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी थी। वह वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की को-चेयर और उबर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी शामिल रही हैं। वह बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक और थंडरबर्ड स्कूल ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट से एमबीए हैं।
कौन हैं मनीष बापना?
मनीष बापना नेचुरल रिसोर्सेज डिफेंस काउंसिल (NRDC) के अध्यक्ष और सीईओ हैं। उनके नेतृत्व में इस कंपनी ने पिछली आधी सदी में कई पर्यावरणीय उपलब्धियां हासिल की हैं। अपने 25 साल के करियर के दौरान, बापना की नेतृत्व भूमिकाओं ने गरीबी और जलवायु परिवर्तन के मूल कारणों से निपटने पर ध्यान केंद्रित किया है। हाल ही में, उन्होंने विश्व संसाधन संस्थान के कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में काम किया है। उनके पास हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से बिजनेस एंड पॉलिटिकल एंड इकोनॉमिक डेवलपमेंट में मास्टर डिग्री और एमआईटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री है।