विश्व आर्थिक मंच की बैठक में विकास एजेंडा लेकर आएगा भारत
दावोस: विश्व आर्थिक मंच की बैठक में चीनी अर्थव्यवस्था की खराब स्थिति से अस्त-व्यस्त वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत स्वयं को एक आकर्षक गंतव्य के रूप में रखने पर गौर करेगा। यहां जारी विभिन्न सर्वे में प्रतिभा के मामले में चीन की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता, व्यापार माहौल तथा विभिन्न अन्य मोर्चों पर भी संदेह जताया गया है।
आधिकारिक सत्रों में भाग लेने के अलावा जेटली शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व की प्रमुख कंपनियों के सीईओ से मिलेंगे। हिंदुस्तान पावरप्रोजेक्ट्स के चेयरमैन रतुल पुरी ने कहा कि भारतीय उद्योग डब्ल्यूईएफ की बैठक में विकासात्मक एजेंडे को ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल में सरकार ने नीतिगत पहल किये हैं और राजनीतिक इच्छाशक्ति का परिचय दिया है, उससे उद्योग का भरोसा मजबूत हुआ है।
उन्होंने कहा, एक सकारात्मक धारणा बनी है..। जमीन जायदाद के बारे में परामर्श देने वाली जेएलएल इंडिया के चेयरमैन और भारत में क्षेत्रीय प्रमुख अनुज पुरी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते महत्व को वैश्विक समुदाय देख रहा है। इससे पहले, चंद्रबाबू नायडू ने ट्विटर पर कहा कि वह दावोस जाने से पहले ज्यूरिख में निवेशक बैठक में आंधं प्रदेश में अवसर के बारे में विस्तार से चीजों को रखेंगे।