‘धर्म के आधार पर आरक्षण देने की बात संविधान में नहीं..’, कर्नाटक में गरजे अमित शाह, कांग्रेस को घेरा
बैंगलोर: कर्नाटक में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले भाजपा अपना पूरा जोर लगा रही है. कल पीएम नरेंद्र मोदी कर्नाटक के दावणगेरे पहुंचे थे और रोड शो किया था। वहीं आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिदर पहुंचे हैं. यहां पर उन्होंने मुस्लिमों के लिए 4 फीसद OBC आरक्षण हटाए जाने के बाद कांग्रेस पर हमला बोला है. गृह मंत्री ने कहा है कि धर्म के आधार पर आरक्षण प्रदान करने का कोई भी प्रावधान संविधान में नहीं है.
बता दें कि शुक्रवार (24 मार्च) को यहां कर्नाटक कैबिनेट की मीटिंग में यह फैसला लिया गया था और इस आरक्षण को मुस्लिमों के लिए खत्म करके वीरशैव लिंगायत और वोक्कालिगा में विभाजित कर दिया गया है. इस बैठक में एक और फैसला लिया गया था जिसमें तय हुआ था कि जो OBC मुस्लिम हैं, उन्हें इकोनोमिकली वीकर सेक्शन (EWS) में डाल दिया गया है. कर्नाटक दौरे पर पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने यहां पर गरोटा शहीद स्मारक और सरदार वल्लभभाई पटेल मेमोरियल का शुभारम्भ किया. इस दौरान गृह मंत्री ने 103 फीट ऊंचे तिरंगा भी फहराया.
अमित शाह ने संबोधन के दौरान कहा कि, अल्पसंख्यकों को दिया गया आरक्षण संविधान के आधार पर नहीं था, क्योंकि संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण प्रदान करने का कोई प्रावधान नहीं है. शाह ने अपने भाषण में कांग्रेस पर तुष्टिकरण की सियासत का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसी कारण कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों को आरक्षण दिया था. मगर भाजपा ने उस आरक्षण को समाप्त किया है और वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों को यह आरक्षण दिया है.
गृह मंत्री ने अपनी जनसभा में यह भी कहा कि कांग्रेस ने सूबे में अपने शासन के दौरान कभी भी यहां के शहीदों को याद नहीं किया. वोट बैंक के लालच में उन्होंने कभी भी हैदराबाद मुक्ति के लिए खुद को शहीद करने वाले लोगों को कभी भी याद नहीं किया. उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल को याद करते हुए कहा कि यदि वे नहीं होते तो हैदराबाद को कभी आजादी नहीं मिलती और बिदर भी सदा गुलाम बना रहता. शाह ने यहां के गोरता गांव में क्रूर निजाम के अत्याचार का भी जिक्र किया और कहा कि यहां पर 2.5 फीट के तिरंगे को फहराने के लिए निजाम के सैनिकों ने यहां पर सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी थी. आज इसी धरती पर वह बहुत गर्व के साथ तिरंगा फहरा रहे हैं.