अतीक को सजा के बाद फिर दहशत में पूजा पाल का परिवार, भाई ने की बम से हमले की शिकायत
प्रयागराज : विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। उमेश पाल के ही अपहरण के केस में दो दिन पहले माफिया अतीक अहमद समेत तीन दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है। जिस दिन अतीक को सजा सुनाई गई उसी रात राजू पाल की पत्नी और कौशाम्बी के चायल से सपा विधायक पूजा पाल का परिवार एक बार फिर दहशत में आ गया। पूजा पाल के भाई राहुल पाल ने धूमनगंज थाने में हत्या की नीयत से बम मारने की शिकायत की है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह महज भ्रम है। बच्चों ने पटाखे फोड़े थे। बम से हमले जैसी कोई बात नहीं हुई है। पुलिस ने रास्तों के सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए हैं।
पुलिस को दी तहरीर में राहुल पाल ने बताया कि 28 मार्च की रात साढ़े नौ बजे मुंडेरा मंडी से वापस आते समय प्रीतम नगर स्थित जायसवाल जूस कार्नर के पास फल लेने के लिए रुका। उसी समय कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या की नीयत से बम मारा, बम कुछ दूरी पर गिर गया और जोरदार आवाज हुई। आगे पुलिस को बताया कि खुद को बचाने के लिए चार पहिया वाहन से घर की तरफ भागा तो घर से कुछ दूरी पर फिर बम मारा गया। धूमनगंज पुलिस के मुताबिक वहां कुछ बच्चों ने पटाखा छोड़ा जिसकी जोरदार अवाज हुई थी।
उधर, माफिया अतीक अहमद और उसके दो गुर्गों को आजीवन कारावास की सजा सुनाने वाले प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश डॉ. दिनेश चंद्र शुक्ला की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। शासन के निर्देश पर प्रयागराज पुलिस ने डॉ. शुक्ला के आवास पर भी सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी है।
सूत्रों के अनुसार डॉ. शुक्ला को वाई श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने की योजना है। डॉ. शुक्ला की सुरक्षा को संभावित खतरे का आकलन करने के बाद अभी इस पर औपचारिक रूप से फैसला लिया जाना है। फिलहाल एहतियात के तौर पर उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करा दी गई है। मूल रूप से रायबरेली के रहने वाले डॉ. शुक्ला वर्ष 2009 बैच के न्यायिक सेवा के अधिकारी हैं। वहीं उमेश पाल का केस लड़ने वाले वकील सुशील वैश्य की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।