पंजाबराज्य

कैसे पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहा अमृतपाल? पपलप्रीत ने किया बड़ा खुलासा

चंडीगढ़ : खालिस्तान समर्थक अमृतपाल का करीबी पपलप्रीत सिंह सोमवार को गिरफ्तार किया गया है। उसने पुलिस को बताया कि किस तरह से अमृतपाल इतने लंबे समय से पुलिस को चकमा दे रहा है। पुलिस के सूत्रों ने कहा, ‘पपलप्रीत ने बताया कि वे दोनों हरियाणा, पटियाला, दिल्ली और पीलीभीत तक जाकर पंजाब में वापस लौट आए। पपलप्रीत ही अमृतपाल के रुकने का इंतजाम करता था। वे कार या बस से सफर करते थे। इसके अलावा लोगों से लिफ्ट भी ले लिया करते थे।’

पपलप्रीत ने यह भी माना कि पटियाला की बलबीर कौर और शाहबाद की बलजीत कौर उसके संपर्क में थीं। इसके अलावा दिल्ली में कुलविंदर कौर भी पपलप्रीत को अच्छी तरह जानती थी। दोनों ही पीलीभीत के सिख उपदेशक जोगा सिंह के संपर्क में भी थीं। पपलप्रीत ने यह भी माना कि अमृतपाल के जो वीडियो जारी हुए हैं वे उसी ने बनाए हैं। उसने बताया, हम पुलिस से भाग रहे थे। एक समय ऐसा भी आया जब हम दोनों ने सरेंडर करने का मन बना लिया था।

अमृतपाल के बारे में सवाल पूछे जाने पर पपलप्रीत ने कहा कि उसके पास कोई कॉन्टैक्ट डीटेल नहीं है। उसका कहना है कि अमृतपाल पंजाब में ही है लेकिन पिछले हफ्ते के छापे के बाद वे दोनों अलग-अलग हो गए। सूत्रों का यह भी कहना है कि अमृतपाल को पकड़ने में वह पूरा सहयोग करना चाहता है। सोमवार को पंजाब पुलिस इंस्पेक्टर जनरल सुखचैन सिंह गिल ने कहा था कि पपलप्रीत अमृतपाल का मुख्य सहयोगी है। उसके खिलाफ एनएसए समेत अन्य 6 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस का कहना है कि पपलप्रीत पाकिस्तान के संपर्क में भी रहता था। एक सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था कि पपलप्रीत होशियारपुर के एक कार्यक्रम में शामिल हुआ था। पुलिस ने कुछ दिन पहले एक इनोवा का पीछा किया था जिसपर से उतरकर कुछ लोग भाग गए थे। पुलिस का कहना है कि इसमें पपलप्रीत भी था।

अमृतपाल की एंट्री को लेकर नेपाल पुलिस भी अलर्ट हो गई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि अब तक अमृतपाल के यहां आने की जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बात में भी कोई सच्चाई नहीं है कि अमृतपाल की तलाश करने के लिए भारत के अधिकारी नेपाल आए हैं। बता दें कि अमृतपाल ने अपनी अलग-अलग पहहचान से कई पासपोर्ट बनवाए हैं। 18 मार्च से वह फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

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