नई दिल्ली : माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और गुलाम के एनकाउंटर के बाद विभिन्न नेताओं की प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जहां एनकाउंटर को झूठा बताया है तो एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि यदि गोली से इंसाफ किया जाएगा तो जज क्या करेंगे। उल्लेखनीय है कि उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी असद पिछले कई दिनों से फरार था। गुरुवार को यूपी एसटीएफ की एक टीम ने झांसी में असद और एक अन्य आरोपी गुलाम को मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
असद के एनकाउंटर के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”एनकाउंटर नहीं, तुम संविधान का एनकाउंटर करना चाहते हो। तुम रूल ऑफ लॉ को कमजोर करना चाहते हो। कोर्ट, जज, सीआरपीसी आदि किस लिए हैं? यदि आप ही गोली से इंसाफ करेंगे तो अदालत को बंद कर दिया जाना चाहिए। जज क्या काम करेंगे? यह काम कोर्ट का है, आपका नहीं। आप आरोपी को पकड़िए और कोई कत्ल करता है तो उसे सजा दिलाइए। 12-14 साल सजा दिलाइए। लेकिन घरों को बुल्डोजर से तोड़ना सही नहीं है।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने असद को एनकाउंटर में मार गिराए जाने के बाद कानून व्यवस्था पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। सीएम योगी ने एनकाउंटर में शामिल स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की टीम की भी तारीफ की। वहीं, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया, ”यूपी एसटीएफ को बधाई देता हूं। एडवोकेट उमेश पाल और पुलिस के जवानों के हत्यारों का यही हश्र होना था।” मौर्य ने कहा, ”अगर आप अपराध नहीं करते हैं, तो कोई आपको हाथ तक नहीं लगाएगा। लेकिन, अगर आप अपराध करते हैं, तो आपको किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार है, न कि समाजवादी पार्टी (SP) की, जिसमें अपराधियों को बख्शा जाएगा।
उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल ने गुरुवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। विशेष अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, ”प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद और गुलाम पांच-पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश थे। दोनों की झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई।” कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में शामिल उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु और विमल ने किया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए आरोपियों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। यह मुठभेड़ उसी दिन हुई, जिस दिन गुजरात की साबरमती जेल से सड़क मार्ग से प्रयागराज ले जाए गए अतीक और उसके भाई अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया। एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, उमेश पाल की हत्या के बाद असद और गुलाम फरार थे। दोनों को पकड़ने के लिए एसटीएफ की कई टीमों को लगाया गया था।