यूक्रेन बॉर्डर के पास रूस ने अपने ही इलाके में गिरा दिया बम, कई इमारतें तबाह
बेलगोरोद : रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़े एक साल से ज्यादा वक्त बीत चुका है, लेकिन अभी तक शांति स्थापित नहीं हो सकी है. रूस ने यूक्रेन के कई शहर तबाह कर दिए है. अब सामने आया है कि रूस ने गलती से अपने ही इलाके में बम गिरा दिया है. रूसी रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया गया है कि एक रूसी फाइटर प्लेन ने गलती से यूक्रेन के पास अपने ही बेलगोरोद शहर में एक हथियार दाग दिया. इससे जबर्दस्त ब्लास्ट हुआ. इससे कई इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है. जबकि कुछ घायल भी हुए हैं.
रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार गुरुवार देर रात बेलगोरोद में एक धमाके की आवाज सुनाई दी. जब पड़ताल की गई तो सामने आया कि ये धमाका किसी और ने नहीं, बल्कि रूसी विमान ने ही अपने इलाके में किया था. बताया जा रहा है कि बेलगोरोद शहर यूक्रेन के बॉर्डर के पास में स्थित है. दरअसल ये रूसी फाइटर प्लेन ने गलती से अपने ही इलाके में ब्लास्ट कर दिया है.
एजेंसी के मुताबिक रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूसी एयरफोर्स का फाइटर प्लेन सुखोई SU-34 बेलगोरोद शहर के ऊपर उड़ान भर रहा था, तभी गलती से प्लेन ने गोला-बारूद दाग दिए. बेलगोरोद के क्षेत्रीय गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लैडकोव ने कहा कि धमाका इतना भयंकर था कि सड़क पर 20 मीटर (65 फीट) गहरा गड्ढा हो गया है. उन्होंने बताया कि हादसे में चार कारें और कई इमारतें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं. कुछ महिलाओं के घायल होने की भी सूचना है. वहीं रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ये कोई छोटी गलती नहीं है. अपने ही इलाके में बम कैसे छोड़ा जा सकता है. इस मामले की जांच की जा रही है.
इस हमले का एक वीडियो भी सामने आया है. इसमें साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि सड़क पर कंक्रीट का ढेर लग गया है. कई कारें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. घर की खिड़कियों को परखच्चे उड़ गए.
दोनों मुल्कों के बीच 24 फरवरी 2022 को जंग शुरू हुई थी. दिसंबर 2022 तक रूसी हमलों में यूक्रेन का 138 अरब डॉलर का इन्फ्रास्ट्रक्चर तबाह हो गया है. भारतीय करंसी में ये रकम 11 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा बैठती है.
- कीव स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के मुताबिक दिसंबर 2022 तक रूसी हमलों में 1,49,300 रिहायशी इमारतें या तो पूरी तरह तबाह हो चुकीं हैं या फिर डैमेज हो गईं हैं. तीन हजार से ज्यादा शैक्षणिक संस्थान तबाह हो गए हैं. लगभग डेढ़ हजार कल्चर, स्पोर्ट्स और रिलीजियस संस्थानों को नुकसान पहुंचा है. 11 सौ से ज्यादा अस्पताल बर्बाद हो चुके हैं.
- दो देशों की इस जंग की वजह से दुनिया पर गहरा असर पड़ा है. वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है.
- आईएमएफ ने पिछले साल 2023 में ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ 3.2 फीसदी होने का अनुमान लगाया था, जिसे अब घटाकर 2.9 फीसदी कर दिया गया है. 2024 में 3.4 फीसदी होने का अनुमान है.
- OECD ने नवंबर 2022 में जो अनुमान जारी किया था, उसके मुताबिक 2022 में ग्लोबल इन्फ्लेशन रेट 9 फीसदी से ज्यादा रह सकती है. 2023 के आखिर तक इसके 6.6 फीसदी और 2024 तक 5.1 फीसदी तक कम होने का अनुमान है.