महाराष्ट्र: पवार आज करेंगे शिंदे गुट के मंत्री से मुलाकात, अजित अब भी BJP से संपर्क में, ग्रहमंत्री शाह भी नागपुर दौरे पर
नई दिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) से मिल रही बड़ी खबर के अनुसार अब NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) उनके ही पार्टी के कद्दावर नेता और भतीजे अजित पवार (Ajit Pawar) के BJP के साथ संपर्क में होने की खबर आने के बाद, आज यानी बुधवार, 26 अप्रैल एक मुलाकात होने वाली है। जी हां, ख़बरों की मानें तो शरद पवार आज एकनाथ शिंदे सरकार में उद्योग मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) से मुलाकात करने वाले हैं।
सूत्रों की मानें तो इन दोनों के बीच मुलाकात महाराष्ट्र के रत्नागिरी के बारसू में तैयार होने जा रहे रिफाइनरी प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा है। जानकारी के अनुसार आज सुबह 10 बजे यह मुलाकात होगी। कल सोएल टेस्टिंग से जुड़े सर्वे के काम को शुरू करते वक्त स्थानीय महिलाओं का विरोध प्रदर्शन हुआ। शरद पवार ने इस रिफाइनरी प्रोजेक्ट पर अपनी राय देते हुए कहा, “राज्य में उद्योग को जरूर बढ़ना चाहिए। साथ ही स्थानीय लोगों की सहमति भी हासिल करनी चाहिए। सभी दल साथ आएं और मुद्दे को सुलझाएं।” लेकिन पवार फिलहाल इस परदे के पीछे क्या ‘खेल’ खेल रहे हैं अगर यह इतनी आसानी से समझ आ जाए तो वह ‘पवार की पॉलिटिक्स’ नहीं।
वहीं कहीं ऐसा तो नहीं कि शरद पवार यह संदेश दे रहे हों कि BJP अगर NCP में ताक-झांक की कोशिश कर सकती है तो वे भी शिंदे-फडणवीस सरकार के अंदर घुसपैठ कर सकते हैं? दूसरी तरफ कहीं ऐसा तो नहीं कि शिंदे गुट भी BJP को यह संदेश देना चाह रहा हो कि अगर BJP एकनाथ शिंदे के विकल्प के तौर पर अजित पवार का विचार कर सकती है तो शिंदे गुट भी शरद पवार से मेल-मुलाकात-आचार-व्यवहार रखने में समर्थ है।
वहीं इन सबके बीच अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी दो दिनों के महाराष्ट्र दौरे पर हैं। गौरतलब है कि, एक महीने के भीतर अमित शाह का यह दूसरा महाराष्ट्र दौरा है। अमित शाह दो दिनों के नागपुर दौरे में आज एक अस्पताल का उद्घाटन करने वाले हैं। अमित शाह अचानक कर्नाटक दौरे से सीधे ही नागपुर पहुंच रहे हैं। वैसे तो अमित शाह के दौरे का शरद पवार और उदय सामंत के बीच मुलाकात की खबर से कोई संबंध नहीं है, लेकिन ऐसे में यह राजनीति का अद्भुत तिकड़म है, यहां कब-कहां-कैसे-क्यों संबंध जुड़ जाए समझना ज्यादा, कहना कम है। लेकिन ख़ास बात यही है कि फिलहाल महाराष्ट्र में दो राजनीति के ‘बड़े चाणक्य’ हलचल में हैं।