आजम खां ने राहुल गांधी को दी टॉफी चूसने की नसीहत
प्रधानमंत्री को गुजरात, मुजफ्फरनगर और दादरी पर भी भावुक होना चाहिए। भावुकता का मापदंड एक होना चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री सबका होता है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान आजम खां ने कहा कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी के दलित छात्र की खुदकुशी को लेकर पूरा देश चिंतित है। रोहित की मौत को लेकर यह कहा जा रहा है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है।
जिन लोगों ने ये हालात पैदा किए हैं वो आईपीसी की धारा 120 बी के मुल्जिम हैं। इस दौरान आजम खां ने कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी कटाक्ष किया।
पंडित जवाहर लाल नेहरू की ओर से नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर लिखी गई चिट्ठी के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि नेहरू ने चिट्ठी लिखी है और वॉर क्रिमिनल कहा है तो यह बहुत ही चौंकाने वाली बात है। वॉर क्रिमिनल का अपना एक मानक है।
द्वितीय विश्व युद्ध में जिन मुल्कों ने बेवजह इंसानी क़त्लेआम किया है। उनके उन सरबराहों को वॉर क्रिमिनल कहा गया है। अब उनकी तुलना नेताजी सुभाष चंद्र बोस से की जाए तो यह चिंताजनक है। इसकी जितनी भी मजम्मत की जाए कम है।