सूडान में फंसे 3400 भारतीयों की हुई सुरक्षित वापसी, जल्द पहुंचेंगे घर
नई दिल्ली : संकट से जूझते सूडान से भारतीय नागरिकों की सकुशल वापसी जारी है। खबर है कि ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत अब तक करीब 3400 भारतीयों की वतन वापसी हो चुकी है। कहा जा रहा है कि बाकी बुधवार तक भारत पहुंच जाएंगे। भारत सरकार ने 24 अप्रैल को इस अभियान की शुरुात की थी। इसके तहत नागरिकों को राजधानी खार्तूम ले जाया जा रहा है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीयों का अंतिम जत्था बुधवार तक स्वदेश पहुंच सकता है। खास बात है कि सभी भारतीय सूडान छोड़ चुके हैं और अब सेफ जोन में हैं। सरकार के अभियान में सोमवार को निजी कंपनी स्पाइसजेट की भी एंट्री हो गई है। कंपनी सोमवार को जेद्दा से भारतीय नागरिकों को लेकर कोच्चि पहुंची।
स्पाइसजेट ने सोमवार को कहा कि उसकी ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत सूडान से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए सऊदी अरब से भारत के विभिन्न शहरों तक और उड़ानों का संचालन करने की योजना है। स्पाइसजेट ने एक विज्ञप्ति में कहा कि वह और भारतीयों को लाने के प्रयासों में समन्वय करने के लिए विदेश मंत्रालय तथा सऊदी अरब में भारतीय दूतावास के नियमित संपर्क में है।
हालांकि, भारत इससे पहले सऊदी एयरलाइन्स की सेवा ले रहा था। इसके अलावा भारतीय वायुसेना का C130J विमान भी दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु तक नागरिकों को पहुंचा रहा था। खास बात है कि खार्तूम में भारतीय दूतावास एयरपोर्ट के पास ही है। इस दौरान कई भारतीय बगैर दस्तावेजों के ही घर छोड़कर निकल गए थे। ऐसे में विदेश मंत्रालय को उनके लिए दस्तावेज तैयार करना, बस मुहैया कराना काफी मुश्किल भरा रहा।
कमजोर नेटवर्क के चलते कई बार बातचीत तक पूरी नहीं हो सकी। इन 3 हजार से ज्यादा भारतीयों के अलावा सूडान में भारतीय मूल के एक हजार लोग भी शामिल हैं। कहा जा रहा है कि सदियों से वहां बसे होने और सूडान का पासपोर्ट होने के चलते उन्होंने देश छोड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। इससे पहले भारत ने खार्तूम से फ्रांस दूतावास के स्टाफ को भी बचाया था।