हनुमानगढ़ : राजस्थान के हनुमानगढ़ के बहलोलनगर गांव में भारतीय वायुसेना का मिग-21 विमान क्रैश हो गया। आज सुबह ये हादसा हुआ। हादसे में मिग-21 विमान के पायलट के सुरक्षित होने की खबर है। बताया जा रहा है कि मिग-21 विमान को कंट्रोल करने में नाकाम रहने पर पायलट ने पैराशूट से बचाव का सहारा लिया। हादसे में 3 ग्रामीण की मौत होने की खबर है। फिलहाल मौके पर पुलिस और वायुसेना के अफसर पहुंचे हैं। भारतीय वायुसेना मिग-21 विमान हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बिठाएगी। इससे पहले भी भारतीय वायुसेना के कई मिग-21 विमान हादसे का शिकार हो चुके हैं।
मिग-21 विमानों को 1960 के दशक में रूस से खरीदा गया था। दर्जनों विमान भारत में भी लाइसेंस के तहत बनाए गए थे। एक इंजन वाले ये मिग-21 विमान अपने जमाने में बहुत खतरनाक माने जाते थे। इन विमानों का 1965 और 1971 की जंग में भारतीय वायुसेना ने खूब इस्तेमाल किया था। 1971 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका के गवर्नर हाउस पर मिग-21 विमानों ने बम गिराए थे। जिसके बाद घबराकर पाकिस्तान की सेना ने सरेंडर कर दिया था। आवाज से तेज गति से उड़ान भरने वाले मिग-21 विमानों के हादसों में कई पायलट भी जान गंवा चुके हैं।
मिग-21 विमान बालाकोट पर भारत के एयरस्ट्राइक के बाद भी चर्चा में आया था। तब विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने अपने मिग-21 लड़ाकू विमान से मिसाइल दागकर कश्मीर में घुस आए पाकिस्तान के अमेरिका निर्मित एफ-16 विमान को मार गिराया था। बाद में उनका विमान भी मिसाइल लगने से गिर गया था।
जानकारी के मुताबिक विमान ने सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ा भरी थी। उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही यह हादसा हो गया। विमान एक रिहायशी इलाके में गिरा है। बता दें कि इससे पहले जनवरी में राजस्थान के भरतपुर में प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान भारतीय वायु सेना के दो लड़ाकू जेट एक सुखोई एसयू -30 और एक मिराज 2000 के दुर्घटनाग्रस्त होने सेस पायलट की जान चली गई थी। इनमें से एक हादसा मध्य प्रदेश के मुरैना और दूसरा राजस्थान के भरतपुर में हुआ था।
पुलिस ने बताया कि सोमवार की सुबह मिग-21 विमान क्रैश हो गया। विमान की चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत हो गई। हालांकि, विमान में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई है।