मनोज बाजपेयी की फिल्म ‘बंदा’ पर शुरू हुआ विवाद, आसाराम बापू ट्रस्ट ने भेजा लीगल नोटिस
मुंबई: ट्रेलर रिलीज होते ही मनोज बाजपेयी की फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ विवादों में फंस गई है। आसाराम बापू ट्रस्ट ने फिल्म निर्माता को लीगल नोटिस भेजते हुए सेंसर बोर्ड से फिल्म को बैन करने की गुहार लगाई है। फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि एक आध्यात्मिक गुरु द्वारा एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म का आरोप लगता है और कानून के तहत उनकी गिरफ्तारी होती है। खबरों के मुताबिक ये फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है और ट्रेलर को देखकर कहा जा सकता है कि ये फिल्म ‘आसाराम बापू’ के जीवन पर बनी है।
फिल्म में वकील बने मनोज बाजपेयी अदालत में बच्ची के लिए बाबा के खिलाफ केस लड़ते हैं और इस प्रक्रिया में उन्हें काफी कुछ झेलना पड़ता है। इस पर आसाराम बापू के वकील सत्य प्रकाश शर्मा ने आपत्ति जताते हुए कहा कि, ‘ट्रेलर में आध्यात्मिक गुरु के लिए रावण और दुष्कर्मी जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया जो धार्मिक चरित्र का अपमान है। इससे उनके मुवक्किल की छवि धूमिल होगी और उनके खिलाफ नफरत का वातावरण बन सकता है।
वहीं फिल्म के निर्माताओं का कहना है कि ये फिल्म किसी आध्यात्मिक गुरु की नहीं बल्कि पीसी सोलंकी की बायोपिक है। आसाराम ट्रस्ट द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। बता दें कि 23 मई, 2023 को zee5 पर स्ट्रीम होने वाली इस फिल्म में मनोज बाजपेयी मुख्य भूमिका में दमदार रोल निभाते नजर आएंगे। जबकि फिल्म का निर्देशन अपूर्वा कार्की ने किया है।