दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ नई दिल्ली: दिल्ली के तीनों निगमों के सफाईकर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। शुक्रवार को हड़ताल का तीसरा दिन है। फिर भी जगह-जगह पड़ा कूड़ा हटाया जा रहा है और यही वजह है कि कुछ जगहों को छोड़ दें तो सड़कों से कूड़ा नदारद है। दरअसल, निगम के ड्राइवर हड़ताल में शामिल नहीं हैं। ये लोग दो दिनों से बेरोकटोक कूड़ा उठाने में जुटे रहे, लेकिन शुक्रवार को उस वक्त दिक्कत आई जब पूर्वी दिल्ली नगर निगम के ड्राइवरों को हड़ताली कर्मचारियों ने अपना निशाना बनाया।
हमले के कारण ड्राइवर कूड़ा उठाए बिना लौटे
आरोप है कि सुबह जब ये लोग डंपर लेकर निकले तो सफाईकर्मियों की एक भीड़ ने इन पर पत्थर फेंके और लोडर चलाने वाले एक ड्राइवर को थप्पड़ मारे। शिकायतें और भी हैं। अपने ऊपर हो रहे हमले को देखते हुए ये लोग बिना कूड़ा उठाए वापस खाली हाथ झिलमिल डिपो लौट आए।
ड्राइवरों का आरोप, धमकी दे रहे हड़ताली कर्मचारी
इन ड्राइवरों को निशाना बनाने के पीछे बड़ी वजह है कि जब तक साफ-सफाई होती रहेगी तब तक हड़ताल का असर नहीं दिखेगा। हड़ताल को कामयाब बनाने को लेकर ड्राइवरों का आरोप है कि हड़ताली सफाईकर्मियों की तरफ से उनको धमकाया भी जा रहा है।
हाईकोर्ट पहले ही दे चुका है पुलिस को मदद करने के निर्देश
हाइकोर्ट पहले भी कह चुका है कि जो लोग साफ-सफाई करना चाहते हैं, उनके काम में किसी तरह की कोई बाधा न पहुंचाए। अगर दिक्कत फिर भी आती है तो पुलिस मदद करे। बावजूद इसके कूड़ा उठाने वाली गाड़ी चलाने वाले ड्राइवरों को शुक्रवार को निशाना बनाया गया। उधर, हड़ताल का नेतृत्व करने वाली सफाईकर्मियों की यूनियन से साफ किया कि शनिवार को पूर्वी दिल्ली नगर निगम के झिलमिल डिपो पर तालाबंदी की जाएगी ताकि कोई भी गाड़ी कूड़ा उठाने के लिए न निकल पाए।