गाजियाबाद : गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिगों का धर्मांतरण कराने के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव को पत्र लिखकर फोर्ट नाइट और डिस्कॉर्ड नामक ऐप की जांच के निर्देश दिए हैं। जांच रिपोर्ट दस दिन में देने को कहा गया है। धर्मांतरण का मामला उजागर होने के बाद मंगलवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अलकेश कुमार शर्मा को एक पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने धर्मांतरण मामले में सामने आए तथ्यों, गेमिंग ऐप और आरोपियों के नामों का जिक्र किया है। पत्र में मंत्रालय से ऐसे नियम बनाने की गुजारिश की है, जिससे नाबालिग बच्चे किसी भी गेम को न तो होस्ट कर सकें और न ही उन्हें अपलोड, डाउनलोड, एडिट और शेयर कर सकें।
कहा गया है कि अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए। ऑनलाइन गेम और ब्राउजर की जानकारी मांगी राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मंत्रालय से जांच कर स्पष्ट करने को कहा है कि इस तरह के कौन-कौन से ऑनलाइन गेम हैं और किन ब्राउजर या प्लेटफार्म पर उपलब्ध हैं। नाबालिग बच्चे इन प्लेटफार्म और प्रतिबंधित गेम का इस्तेमाल न करें, इसके लिए निर्देश जारी करने को कहा गया है।
बद्दो ने धर्मांतरण के बाद नाबालिगों को दुबई ले जाने का लालच दिया था। उसने कहा था कि हवाई यात्रा, खाना-पीना और रहना सब मुफ्त होगा। फरीदाबाद निवासी छात्र ने मां से पूछा तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया। पुलिस को यह जानकारी नाबालिग छात्रों की चैटिंग से मिली है। अंदेशा जताया जा रहा है कि बद्दो के तार खाड़ी देशों में बैठे कट्टरपंथियों से जुड़े हो सकते हैं।
धर्मांतरण में शाहनवाज फोर्ट नाइट गेमिंग ऐप का इस्तेमाल कर रहा था। वह बद्दो नामक आईडी से डिस्कॉर्ड ऐप और इंस्टाग्राम पर भी सक्रिय है। बच्चों को जोड़ने के लिए उसने डिस्कॉर्ड ऐप पर शेमलेस नाम से ग्रुप बना रखा है।
सूत्रों की मानें तो बद्दो पुलिस से बचने के लिए एक सप्ताह में पांच नंबर बदल चुका है, इससे ज्यादा उसने ठिकाने बदले हैं। इंटरनेट कॉल के जरिए वह अपने जानकारों से बात करता है और तुरंत अपना मोबाइल फोन बंद कर देता है। इसी के चलते पुलिस को बद्दो की सोलापुर के बाद की लोकेशन नहीं मिली है।
पुलिस के मुताबिक शाहनवाज खान के पिता मकसूद का देहांत हो चुका है। उसके परिवार में मां मुमताज के अलावा दो बड़े भाई शहबाज और शाहजेब हैं। बद्दो के परिवार का मुंब्रा ठाणे में कॉस्मेटिक का थोक का कारोबार है। बद्दो के पिता मकसूद ने दो शादियां की थीं। बद्दो की मां मुमताज उसके पिता की पहली पत्नी है।
सूत्रों के मुताबिक गाजियाबाद निवासी उद्योगपति के नाबालिग बेटे और बद्दो के बीच चैटिंग में बद्दो नाबालिग को उसकी प्रेमिका का धर्मांतरण कराने के लिए उकसा रहा था। पुलिस को सूचना मिली है कि बद्दो सरेंडर की योजना बना रहा।