चूरू : स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र के अध्यक्ष मुमताज मसीह ने कहा है कि राज्य के विकास और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर तक व्यक्ति तक पहुंचाने में एनजीओ, चैरिटेबल ट्रस्ट और फाउंडेशन आदि स्वयंसेवी संस्थाओं की समुचित भूमिका सुनिश्चित की जाएगी। इस सिलसिले में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
चूरू जिला मुख्यालय पर आगामी दिनों पर दो दिवसीय संवाद कार्यक्रम किया जाएगा। स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र के अध्यक्ष मुमताज मसीह गुरुवार को कलक्ट्रेट में जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग एवं अन्य अधिकारियों के साथ प्रस्तावित संवाद कार्यक्रम पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एनजीओ, चैरिटेबल ट्रस्ट और फाउंडेशन आदि स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार हो। अंतिम छोर पर खड़े पात्र व्यक्ति तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचे, ऎसी राज्य सरकार की मंशा है।
राज्य सरकार ने बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए फाउंडेशन, स्वयंसेवी संस्थान, एनजीओ, ट्रस्ट आदि को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से कार्यशाला किए जाने के निर्देश दिए हैं। केन्द्र अध्यक्ष मसीह ने कहा कि कार्यशाला में एनजीओ, चैरिटेबल ट्रस्ट, स्थानीय निकाय, नेहरू युवा केंद्र, लॉयन्स क्लब, रोटरी क्लब सहित स्वयंसेवी संस्थाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित हो।
कार्यशाला में के दौरान विभागों, संस्थाओं के कार्यों तथा उनमें आने वाली चुनौतियों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा, जिससे उनका निस्तारण किया जा सके। उन्होंने कहा कि राजस्थान में स्वयंसेवी संस्थाओं को काम करने के लिए रजिस्ट्रेशन तथा राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने वाली संस्थाओं को रजिस्ट्रेशन उपरांत अधिस्वीकरण करवाना आवश्यक है। इसलिए कार्यशाला में भी संस्थाओं के रजिस्ट्रेशन की सुविधा रहेगी।
उन्होंने कहा कि कार्यशाला के आयोजन से इन संंस्थाओं की जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में भागीदारी बढ़ेगी और साथ में ही आमजन तक इनकी पहुंच होने से पात्र व्यक्तियों तक भी राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार होने से लाभ मिल पाएगा।
बैठक के दौरान जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने जिले मेें एनजीओ, ट्रस्ट और स्वयंसेवी संस्थाओं की भूमिका से अवगत करवाते हुए बताया कि जिले में शिक्षा तथा चिकित्सा के क्षेत्र में स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से भरपूर काम हुआ है। कार्यशाला में प्रगतिशील किसान, गौसेवा संस्थान, एनजीओ, चैरिटेबल ट्रस्ट, स्थानीय निकाय, नेहरू युवा केन्द्र वॉलेंटियर, स्काउट, लायन्स क्लब, रोटरी क्लब सहित स्वयंसेवी संस्थाओं की बेहतरीन भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। सिहाग ने कार्यशाला को लेकर सभी अधिकारियों को पूर्व तैयारियों को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
इस दौरान राजस्थान साहित्य अकादमी अध्यक्ष दुलाराम सहारण, एडीएम लोकेश गौतम, जिला वक्फ कमेटी के सरपरस्त जमील चौहान, एसीईओ हरीराम चौहान, स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केन्द्र सलाहकार संजय गौड़, आईसीडीएस उपनिदेशक डॉ. नरेन्द्र सिंह शेखावत, सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय, विकास मील, महेश मिश्रा, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक भागचंद खारिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविंद ओला, नेहरू युवा केन्द्र के डॉ. मंगल जाखड़, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक संजय महला, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) निसार अहमद खान सहित अन्य मौजूद रहे।