QS विश्व विश्वविद्यालय की रैंकिंग में भारत के 45 विश्वविद्यालयों ने बनाई जगह, IIT बॉम्बे विश्व के 150 टॉप University में शामिल
मुंबई: शिक्षा के क्षेत्र में भारतीयों के लिए एक खुशखबरी है। उच्च और क्वालिटीपरक शिक्षा अब भारत में भी है। QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग (QS World University Ranking) 2023 नेविश्वविद्यालयों (Universities) की रैकिंग जारी की है। इसमें भारत की 45 विश्वविद्यालय ने जगह बनाई है। वहीं IIT बाम्बे टॉप 150 संस्थानो की लिस्ट में जगह बनाई है। यह पहली बार है कि जब कोई भारतीय उच्च शिक्षण संस्थान QS के टॉप लिस्ट में जगह बनाई है।
IIT बाम्बे को सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की सूची में
QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग 2023 ने आज, 28 जून को विश्वविद्यालय की रैकिंग जारी की है। यह इसका 20 वां संस्करण है। QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग 2023 में IIT बाम्बे को सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की सूची में 149 वां स्थान मिला है। पिछले साल जारी की गई वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग में IIT बाम्बे को 176 वीं रैंक मिली थी। 2016 में IISc यानी भारतीय विज्ञान संस्थान को 147 वीं रैंक मिली थी।
IIT बाम्बे को 23 स्थान ऊपर जगह मिली
QS यानी Quacquarelli Symonds द्वारा जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक कई मानकों के आधार पर IIT बाम्बे को निर्धारित कुल स्कोर 100 में 51.7 अंक प्राप्त हुए। इसके चलते संस्थान को टॉप 150 संस्थानों में स्थान हासिल हुआ है और पिछले साल के मुकाबले सूची में 23 स्थान ऊपर जगह मिली है।
QS ने 2900 संस्थानों की रैंकिंग तैयार की
QS यानी Quacquarelli Symonds ने इस साल 2900 संस्थानों की रैंकिंग तैयार की गई है। इस रैंकिंग में 45 भारतीय संस्थानों को जगह मिली। QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 को जारी करते हुए इसके संस्थापक और SEO Nunzio Quacquarelli ने IIT बाम्बे को अब तक की सबसे बेहतर रैंक मिलने की बधाई दी।
भारत के विश्वविद्यालयों की 275% की बढ़ोतरी
केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि मैं खुश हूं कि इस साल QS विश्व विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में भारत के 45 विश्वविद्यालयों ने इस रैंक में स्थान पाया है। पिछले साल यह संख्या 41 थी। पिछले 9 सालों में QS विश्व विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में भारत के विश्वविद्यालयों की 275% की बढ़ोतरी हुई है। इसका यह भी मतलब है कि अब भारतीय छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा पाने के लिए बाहर के देशों में नहीं जाना पड़ेगा।