नई दिल्ली : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने ताजा अपडेट्स में कहा है कि कोंकण, गोवा और गुजरात में जारी भारी बारिश के शुक्रवार से कम होने की उम्मीद है। साथ ही आईएमडी ने यह भी कहा है कि 9 जुलाई से देश के उत्तरी हिस्सों में तेज बारिश की संभावना है। आईएमडी के मुताबिक, मॉनसून अपनी सामान्य स्थिति के मुताबिक, दक्षिण में स्थित है। निचले क्षोभमंडल स्तर पर गंगा किनारे वाले पश्चिम बंगाल और उससे सटे उत्तरी ओडिशा पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। गुजरात तट से सटे पूर्वोत्तर अरब सागर पर भी एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ भी पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है।
मौसम विज्ञानियों ने कहा कि ये सभी मौसम प्रणालियां पश्चिमी तट और उत्तर भारत में मॉनसून की वृद्धि का कारण बन रही हैं। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया, ”क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मॉनसून बढ़ने के कारण पश्चिमी तट पर अगले दो दिनों तक मूसलाधार बारिश जारी रहेगी। उत्तरी पाकिस्तान और पंजाब के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। अगले 5 दिनों तक उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में उत्तराखंड से लेकर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली तक जोरदार बारिश होगी।”
आईएमडी ने कहा है कि 7 जुलाई को केरल और तटीय कर्नाटक में भी अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा, अगले 3 दिनों के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अगले 5 दिनों के दौरान गुजरात में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उत्तर पश्चिम भारत में अगले 5 दिनों के दौरान भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश होगी। साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश को लेकर अलर्ट दारी किया गया है।
आईएमडी का कहना है कि अगले 5 दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मणिपुर में भी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, ओडिशा और बिहार में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।