दुश्मनों को ठिकाने लगाने सिंधु नदी के पार पहुंचे सेना के टैंक, युद्धाभ्यास में दिखा पराक्रम
नई दिल्ली : भारतीय सेना के टैंक और लड़ाकू वाहनों ने दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने के लिए पूर्वी लद्दाख सेक्टर में सिंधु नदी को पार करने का अभ्यास किया। भारतीय सेना के टैंक (टी -90 भीष्म) और बीएमपी लड़ाकू वाहनों ने पूर्वी लद्दाख में सिंधु नदी को पार करने के लिए हुए इस अभ्यास में भाग लिया। जानकारी के अनुसार, पूर्वी लद्दाख सेक्टर में भारतीय सेना के नए हथियार और उपकरण तैनात किए गए हैं। नई हथियार प्रणालियों में धनुष- मेड इन इंडिया होवित्जर, एम 4 क्विक रिएक्शन फोर्स वाहन और सभी टेरेन वाहन शामिल हैं।
भारतीय सेना के बीएमपी इन्फैंट्री कॉम्बैट वाहनों ने अभ्यास करते हुए पूर्वी लद्दाख के न्योमा में सिंधु नदी को पार कर अपना पराक्रम दिखाया। सैन्य अभ्यास के बारे में बताते हुए कैप्टन वी मिश्रा ने बताया, “इस ड्रिल में 155 मिमी x 45 कैलिबर धनुष मेड इन इंडिया होवित्जर भी शामिल हुआ। यह आधुनिक टू-सिस्टम मेक इन इंडिया योजना के तहत जबलपुर की एक गन कैरिज फैक्ट्री में बनाया गया है और यह पिछले साल से यहां तैनात है। यह 48 किलोमीटर के लक्ष्य की सटीकता के साथ समुद्र तल से 4000 मीटर से ऊपर लक्ष्य साधने की क्षमता रखता है। इसमें छह तरह के गोला-बारूद फायर किए जा सकते हैं और यह पहली ही फायर में तीन राउंड फायर कर सकता है। इसे बोफोर्स की प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के तहत तैयार किया गया है, लेकिन भारत ने इसे मेक इन इंडिया योजना के तहत खुद ही बनाया है।