शारदा ने मचाई तबाही: लखीमपुर खीरी के अहिराना में कई घर नदी में समाए, ग्रामीणों में दहशत; गांव छोड़ने को मजबूर
लखीमपुर खीरी की सदर और निघासन तहसील से जुड़े अहिराना गांव में शारदा नदी ने तबाही मचा रखी है। उफान पर बह रही नदी मकान और फसलों को लील रही है। अब तक गांव के कई मकान नदी में समा चुके हैं। आंखों में बेबसी की पीड़ा लिए ग्रामीण घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।
पांच साल पहले नदी गांव से करीब छह किलोमीटर दूर थी। ये गांव भी खुशहाल था। गांव में दो सौ से भी अधिक घर थे। सब्जी और दूध का अच्छा व्यवसाय था। अहीर (यादव) बिरादरी के लोगो की तादात इस गांव में ज्यादा थी। इससे गांव का नाम अहिराना पड़ा था। पांच वर्ष पहले गांव से उत्तर में शारदा बहती थी। अचानक नदी का रुख गांव की ओर हो गया।
खेतों को निगलते हुए धीरे-धीरे नदी गांव की तरफ बढ़ने लगी। स्थिति यह है कि गांव उजड़ने की कगार पर है। गांव में 50 घर ही बचे है। खतरे की आशंका में मार्ग किनारे बसेरा डाले है। कटान से तबाह हो चुके परिवार तटबंध या बाहर के गांवों में बसा दिए गए।
गांव में प्राथमिक विद्यालय बना है। नदी की मार से जिन लोगों के घर उजड़ गए, वे गांव से पलायन कर गए। जो परिवार रह रहे उनके बच्चे कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाई के लिए अब गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में जाते है। स्कूल पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। स्कूल भवन से नदी महज 100 मीटर दूर कटान कर रही है। घरों को निगलते नदी आगे बढ़ रही है। जिस तरह नदी कटान कर रही है, इससे ग्रामीण सहमे हैं।
मैलानी थाना क्षेत्र के सीमा पर स्थित कटराघाट पर कठिना नदी के पुल के ऊपर से बरसाती पानी बह रहा है। इससे पुलिस के दोनों तरफ से ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर गुजरने को मजबूर हैं। यह पुलिस अयोध्यापुर, गंगापुर, परबस्तनगर, रामपुर, बहादुरपुर, सुंदरपुर, इटौवा, कोरीगवां आदि गांव के सैकड़ों लोगों के आवागमन का रास्ता है।