कामिका एकादशी की जान लें सही तिथि, पूजा मुहूर्त, पारण समय और महत्व
नई दिल्ली : कामिका एकादशी का व्रत श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. इस व्रत को रखने से पाप का नाश होता है, मोक्ष की प्राप्ति होती है और जो कामिका एकादशी व्रत की कथा सुनता है, उसे वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है. इस व्रत को करने से तीर्थों में स्नान करने के समान ही पुण्य प्राप्त होता है. कामिका एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. यह चातुर्मास का दूसरा और सावन का पहला एकादशी व्रत है. कामिका एकादशी व्रत कब है? विष्णु पूजा का मुहूर्त और पारण समय क्या है?
कामिका एकादशी 2023 तिथि
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 12 जुलाई बुधवार को शाम 05 बजकर 59 मिनट पर प्रारंभ होगी. यह तिथि 13 जुलाई गुरुवार को शाम 06 बजकर 24 मिनट तक मान्य रहेगी. उदयातिथि के आधार पर कामिका एकादशी व्रत 13 जुलाई गुरुवार को रखा जाएगा.
13 जुलाई को कामिका एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह में 05 बजकर 32 मिनट से सुबह 07 बजकर 16 मिनट तक है. उसके बाद सुबह 10 बजकर 43 मिनट से दोपहर 03 बजकर 45 मिनट तक शुभ मुहूर्त है. आप अपनी सुविधानुसार पूजा कर सकते हैं. उस दिन का अभिजित मुहूर्त 11:59 एएम से 12:54 पीएम तक है.
कामिका एकादशी व्रत का पारण 14 जुलाई को शुक्रवार के दिन होगा. उस दिन आप व्रत का पारण सुबह 05 बजकर 32 मिनट से सुबह 08 बजकर 18 मिनट के बीच कर सकते हैं. उस दिन द्वादशी तिथि का समापन सुबह 07 बजकर 17 मिनट पर होगा.
एक बार युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से श्रावण कृष्ण एकादशी के बारे में जानने की इच्छा व्यक्त की. तब उन्होंने बताया कि इसे कामिका एकादशी कहते हैं. इस व्रत को करने से व्यक्ति पाप मुक्त हो जाता है. विष्णु कृपा से उसे मोक्ष मिलता है. इस एकादशी व्रत का महत्व तीर्थों में स्नान करने के समान भी है. जो व्यक्ति कामिका एकादशी व्रत करता है, उसे तीर्थ स्नान का पुण्य मिलता है.