नई दिल्ली: उत्तराखंड के हरिद्वार में बाढ़ जैसे हालात पैदा होते ही धामी सरकार पूरी तरह से सतर्क हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले हरिद्वार जिले के लक्सर सहित विभिन्न क्षेत्रों में अतिवृष्टि के कारण जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद सीएम धामी राफ्ट में सवार होकर स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे हैं। इससे पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह देहरादून आपदा कन्ट्रोल रूम में आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की। प्रभावितों के लिए सभी जरुरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
आपको बता दें कि सीएम पुष्कर सिंह धामी लक्सर पहुंच गए हैं। यहां सीएम धामी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रो का दौरा कर रहे हैं। बता दें कि बुधवार को रुड़की के खानपुर क्षेत्र में दो जगह तटबंध टूटने से बाढ़ आ गई थी। जिसके बाद से खानपुर के कुछ इलाकें पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। सीएम धामी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहले नाव से सर्वेक्षण किया। इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों से भी बात की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया।
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति और आपदा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने और प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित कर लिया जाय कि प्रभावितों को रहने खाने एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूर्ण उपलब्धता हो। फूड पैकेट की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए। पेयजल के साथ ही बच्चों को दूध की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। आवश्यकता पड़ने पर हेलीकाप्टर से भी खाद्य सामग्री भेजी जाए। जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी की निकासी जल्द की जाए। जल जनित रोगों से बचाव के लिए भी सभी आवश्यक व्यस्थाएं की जाय।
सभी संबंधित विभाग प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का आकलन कर लें। बारिश से पेयजल, विद्युत, सड़क एवं अन्य व्यवस्थाएं जो प्रभावित हुए हैं, उन्हें शीघ्र सुचारू किया जाय। सभी विभागीय सचिव अपने अपने विभागों से संबंधित व्यवस्थाएं देखें और अपने जिला स्तरीय अधिकारियों के निरंतर संपर्क में रहें। प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के साथ ही उनके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग से भी लगातार संपर्क में रहें।मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत कार्यों के लिए पर्याप्त बजट है। संसाधनों की कमी नहीं आने दी जाएगी।