घातक दुर्घटना के बाद नेपाल ने हेलीकॉप्टरों की गैर-जरूरी उड़ानों पर लगाया प्रतिबंध, सितंबर तक रहेगा लागू
काठमांडू : नेपाल के विमानन नियामक ने एवरेस्ट क्षेत्र में एक घातक दुर्घटना के बाद दो महीने के लिए हेलीकॉप्टरों के “गैर-आवश्यक” उड़ानों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध दर्शनीय स्थलों की यात्रा पर भी लागू होगा। दरअसल, पूर्वी नेपाल में माउंट एवरेस्ट के पास एक निजी वाणिज्यिक हेलीकॉप्टर के मंगलवार को दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार मैक्सिको के एक परिवार के पांच सदस्यों और पायलट की मौत हो गई थी।
त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (TIA) के प्रबंधक ज्ञानेंद्र भुल ने बताया कि मनांग एअर के हेलीकॉप्टर 9एन-एएमवी ने मंगलवार सुबह 10 बजकर चार मिनट पर सोलुखुंबु जिले के सुरकी हवाई अड्डे (Surke Airport) से काठमांडू के लिए उड़ान भरी थी और सुबह 10 बजकर 13 मिनट पर 12,000 फुट की ऊंचाई पर अचानक संपर्क टूट गया।
हेलीकॉप्टर सुदूर पहाड़ी इलाके सोलुखुंबु जिले के लिखुपिके ग्रामीण नगरपालिका के लामजुरा इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। टीआईए के प्रवक्ता टेकनाथ सितौला ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान दुर्घटनास्थल पर सभी छह लोगों के शव बरामद किए गए। ये लोग पर्वतीय क्षेत्र की हवाई यात्रा करने के बाद सुरकी से काठमांडू लौट रहे थे।
नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने बुधवार देर रात एक ट्विटर पोस्ट में कहा, पर्वतीय उड़ानें, बाहरी भार संचालन (स्लिंग उड़ानें) और हेलीकॉप्टरों द्वारा फूलों की वर्षा जैसी गैर-जरूरी उड़ानें सितंबर तक प्रतिबंधित रहेंगी। नेपाल ने मंगलवार को हुई दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच समिति का गठन किया है।
नेपाल में पर्यटकों और पर्वतारोहियों के लिए घूमने का मौसम मई में समाप्त हो जाता है। इस वक्त पर्यटकों को पर्वतीय इलाकों में ले जाने वाली बहुत कम उड़ानें होती है क्योंकि दृश्यता खराब होती है और मौसम की स्थिति भी अनिश्चित होती है।